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88% मरीजों ने एसजीपीजीआई की कोरोना सेवाओं को बताया उत्‍कृष्‍ट या उत्‍तम, 0.8% संतुष्‍ट नहीं

-डॉक्‍टर व दूसरे कर्मियों का व्‍यवहार, भर्ती, जांच, भोजन और सफाई को लेकर लिया जाता है फीडबैक

-कोरोना महामारी के समय सेवाओें की गुणवत्‍ता परखने के लिए एक माह पूर्व निदेशक ने की थी पहल

प्रो राधा कृष्ण धीमन

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ। संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ के राजधानी कोरोना अस्पताल के निरंतर सुधार की आशा में यहां भर्ती मरीजों के सुझाव लिए जाते हैं। पिछले एक माह में मरीजों के सुझावों का आकलन करने का परिणाम जो सामने आया है, उसके अनुसार 56% मरीजों ने सेवाओं को उत्‍कृष्‍ट, 32% मरीजों ने उत्‍तम, 11. 2% मरीजों ने संतोषजनक तथा 0.8% लोगों ने सेवाओं को असंतोषजनक बताया है।

संस्‍थान द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार निदेशक प्रो राधा कृष्ण धीमन द्वारा कोरोना अस्‍पताल में सुधार के लिहाज से यह प्रक्रिया पिछले माह शुरू करवायी थी। सुझाव पत्र में कुल 13 प्रश्न है, जो भर्ती संबंधी प्रक्रिया, भर्ती के उपरांत की गई जांच-पड़ताल, भर्ती होने के पश्चात किया गया उपचार, रोगी के भोजन, चिकित्सक और अन्य स्टाफ के व्यवहार और स्वच्छता की स्थिति पर आधारित है। सुझाव पत्र में कुल 4 विकल्प दिए गए हैं, इनमें से उत्‍तर में एक विकल्‍प चुनना है, विकल्‍प जो दिये गये हैं उनमें असंतोषजनक ( एक) संतोषजनक (दो ) उत्तम (तीन) उत्कृष्ट ( चार ) शामिल हैं।

अभी तक कुल 88  सुझाव पत्र प्राप्त हुए जिसमें 56% मरीजों ने राजधानी कोरोना अस्पताल की सेवाओं को उत्‍कृष्‍ट बताया है। 32% मरीजों ने कहा कि उन को दी गई सेवाएं उत्तम थी। 11. 2% मरीजों ने अपना अनुभव संतोषजनक बताया है और 0.8% लोगों ने कहा कि उनको दी गई सेवाएं असंतोषजनक थी। सभी सुझाव पत्रों से प्राप्त अंकों का औसत 3.5 / 4 है जो कि उत्तम और उत्कृष्ट के बीच में है।

अस्पताल को गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दिए गए प्रशंसा पत्र भी प्राप्त हुए हैं,  जिनमें कई विख्यात नाम शामिल है : जैसे डॉक्टर महेंद्र सिंह, मंत्री जल शक्ति विभाग, चौधरी उदयभान सिंह राज्य मंत्री, सत्येंद्र प्रताप वर्मा विधायक, नरेंद्र कुमार श्रीवास्तव राज्य सूचना आयुक्त,  अनूप कुमार जायसवाल, बेसिक शिक्षा मंत्री, रामगोविंद चौधरी नेता विरोधी दल इत्यादि जिन्होंने संस्थान से जुड़े कर्मचारियों, चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ, रोगी सहायक और सफाई कर्मियों की भूरि-भूरि प्रशंसा की है। यह सभी के लिए गर्व की बात है और उनकी कर्तव्यनिष्ठा और परिश्रम का प्रमाण है।

संस्थान के निदेशक प्रो राधा कृष्ण धीमन ने कहा कि कोरोना से लड़ाई में समर्पित समस्त स्‍टाफ प्रशंसा का पात्र है। उन्होंने राजधानी के कोरोना अस्पताल में कार्यरत सभी चिकित्सकों जैसे डॉ आर के सिंह, डॉ आलोक नाथ, डॉ जिया हाशिम,  डॉ देवेंद्र गुप्ता, डॉ तन्मय घटक, डॉ ओ पी संजीव,  डॉ अफजल अजीम, डॉ अनिल अग्रवाल,  डॉ अमिता अग्रवाल और उन सभी चिकित्सकों नर्सिंग स्टाफ सफाई कर्मियों के निष्ठा की प्रशंसा की है। मरीज से मिले सुझाव को गंभीरता से लिया जा रहा है और संस्थान इस दिशा में निरंतर सुधार के लिए अग्रसर है।

उत्‍कृष्‍ट से भी ऊपर विकल्‍प होता तो मैं उसे टिक करता

एक रोचक पहलू आपको बता दें आज 26 अक्‍टूबर को कोविड से जंग जीतने वाले राज्‍य सूचना आयुक्‍त नरेन्‍द्र कुमार श्रीवास्‍तव अस्‍पताल से डिस्‍चार्ज हुए तो उनसे भी फीडबैक लिया गया। राज्‍य सूचना आयुक्‍त ने अपने अनुभव की व्‍याख्‍या करते टिप्‍पणी की कि संस्‍थान से मिली सेवाओं की गुणवत्‍ता का हाल यह है कि इस फार्म में जो सबसे अच्‍छी सेवाओं की लिए उत्‍कृष्‍ट का विकल्‍प दिया गया है, लेकिन अगर इससे ऊपर भी कोई विकल्‍प होता तो मैं उस पर टिक लगाता।