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विशेषज्ञ की राय : आपकी सकारात्‍मक सोच बढ़ायेगी वायरस के खिलाफ आपकी प्रतिरोधक क्षमता

-मौजूदा समय को डर के रूप में नहीं चुनौती के रूप में स्‍वीकार करें : डॉ अलीम सिद्दीकी
डॉ अलीम सिद्दीकी

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ। आजकल कोरोना वायरस पर काबू पाने के अनेक प्रयास चल रहे हैं, लॉकडाउन चल रहा है, इस समय हमारा मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य हमें बीमारी के कारण पैदा हुए हालातों को लेकर होने वाले तनाव को दूर रखने में एक अत्‍यंत महत्‍वपूर्ण भूमिका निभायेगा। आपकी सकारात्मक मानसिक स्थिति वायरस के खिलाफ आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करेगी। यह ध्‍यान रखें कि लॉकडाउन में मदद करके आप अपने, अपने परिवार और अपने देश की मदद कर रहे हैं।

यह कहना है आईएमए लखनऊ के फाइनेंस सेक्रेटरी व मनोचिकित्‍सक डॉ अलीम सिद्दीकी का। डॉ अलीम ने बताया कि संकट के इस समय में मानसिक रूप से स्वस्थ किस तरह रहा जा सकजा है। उन्‍होंने कहना है कि हमारा मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करता है कि हम किसी स्थिति को कैसे देखते हैं … एक चुनौती के रूप में या एक पीड़ित के रूप में। उनका कहना है कि हमें इस स्थिति को एक चुनौती के रूप में लेना है, इससे डर के रूप में नहीं। क्‍योंकि जब हम किसी स्थिति को चुनौती को रूप में लेते हैं तो हम उस स्थिति से उबरने में कामयाब होते हैं।

डॉ अलीम कहते हैं कि कोरोना वायरस के बारे में अनेक प्रकार की खबरें आजकल सोशल मीडिया पर आती हैं, इन खबरों में अनावश्‍यक बुरी खबरों से खुद को अलग रखें। सही समाचारों के लिए डब्ल्यूएचओ, सरकार की स्वास्थ्य साइट, आईएमए आदि विश्वसनीय साइट्स से जानकारी लें। उनका कहना है कि व्हाट्सएप / फेसबुक आदि पर बहुत तरीके की बिना किसी अधिकृत सोर्स से गलत जानकारी भी दी रहती है उस पर ध्‍यान न दें, यह आपकी मानसिक स्थिति को कमजोर कर सकता है।

डॉ अलीम कहते हैं कि बहुत से ऐसे घातक मैसेज भेजने और उसे फॉरवर्ड करने से बचें क्‍योंकि जरूरी नहीं है कि सभी की मानसिक शक्ति आपकी तरह हो, ऐसे में उस मैसेज को भेजकर आप उसकी मदद करने के बजाय उसमें विकृति जैसे अवसाद को सक्रिय कर सकते हैं।

उनका कहना है कि यदि संभव हो, तो हेल्‍दी वॉल्‍यूम में घर पर संगीत सुनें। अपने और बच्चों के मनोरंजन के लिए लूडो / शतरंज / कैरम बोर्ड गेम देखें, उन्‍हें कहानी सुनायें, भविष्य की योजनाएं बताएं। आपको कोई शौक जो समयाभाव के कारण आप नहीं कर पाते हैं अब पूरा करें, परिवार और बच्चों के साथ समय गुजारें।

व्यायाम, नींद के समय, भोजन की आदतों में एक नियम और अनुशासन बनाये रखें। अपने आप को यह समझायें कि यह समय भी  बीत जाएगा और आप अकेले लॉकडाउन में नहीं हैं, आपकी तरह हर व्‍यक्ति ऐसा ही कर रहा है। खुद को शांत रखने के लिए धार्मिक / आध्यात्मिक बातों में अपना ध्‍यान लगायें।