-इण्डियन सोसाइटी फॉर स्टडी ऑफ लंग कैंसर की आम सभा ने एकस्वर से किया पारित
-तम्बाकू, धुआं, प्लास्टिक रहित दो दिवसीय लंग कैंसर की राष्ट्रीय संगोष्ठी का सफल समापन
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। इण्डियन सोसाइटी फॉर स्टडी ऑफ लंग कैंसर (आईएसएसएलसी) द्वारा लंग यानी फेफड़े के कैंसर पर दो दिनों तक सम्मेलन नेलकॉन-2019 सम्पन्न हुआ, अनेक व्याख्यान और चर्चायें हुईं, इन चर्चाओं में जहां उपचार के नये-नये तरीकों के बारे में बताया गया वहीं इण्डियन सोसाइटी फार स्टडी ऑफ लंग कैंसर की जनरल बॉडी की बैठक भी सम्पन्न हुई और इस बैठक में तम्बाकू को देशभर में बैन करने के लिए सरकार से मांग करने के लिए प्रस्ताव भेजने पर मुहर लग गयी। बैठक में तम्बाकू को देशभर में बैन करने के प्रस्ताव को नेलकॉन-2019 के आयोजन सचिव व किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के पल्मोनरी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो सूर्यकांत ने रखा जिस पर आम सभा ने अपनी स्वीकृति दे दी। अब यह प्रस्ताव प्रधानमंत्री के पास भेजा जायेगा।
आपको बता दें कल सम्मेलन के उद्घाटन में मुख्य अतिथि के रूप से शामिल हुए उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने भी आह्वान किया था कि यदि तम्बाकू पर बैन लगाने का कोई प्रस्ताव आता है तो उसे उनका पूर्ण समर्थन प्राप्त होगा, तथा उसे लागू कराने का अनुरोध करने के लिए केंद्र को अग्रसारित कर दिया जायेगा।
दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का सफल समापन
केजीएमयू के अटल बिहारी वाजपेयी साइंटफिक कनवेंशन सेंटर में फेफड़े के कैंसर की 10वी दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का सफल समापन हुआ। इस संगोष्ठी की खास बात यह रही कि इसे तम्बाकू, धुआं और प्लास्टिक रहित आयोजित किया गया। संगोष्ठी के समापन सत्र में मुख्य अतिथि प्रदेश सरकार के न्याय एवं ग्रामीण अभियंत्रण सेवा मंत्री बृजेश पाठक ने देश की चिकित्सा व्यवस्था और चिकित्सकों के कार्यों की सराहना करने हुए कहा कि दुनिया के छोटे देश चिकित्सा व्यवस्था के मामले में भारत को सबसे अच्छा मानते हैं, और भारत में मेडिकल टूरिज्म बढ़ रहा है, यह सब आप चिकित्सकों की योग्यता के कारण ही है। आप सबने भारत के नाम को आगे बढ़ाने का काम किया है।
श्री पाठक ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम होते रहने चाहिये, क्योंकि ऐसे कार्यक्रमों से नयी-नयी जानकारियां प्राप्त होती रहती हैं, जो समाज के लिए लाभदायक होती हैं। मंत्री ने कहा कि भारत सरकार की उज्ज्वला योजना, स्वच्छ भारत मिेशन तथा आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से गरीब रोगियों के स्वस्थ्य में सुधार करने की कोशिश कर रही है तथा लंग कैंसर की संस्था द्वारा जो भी सुझाव आयेंगें उनको रोगियों के हित में लागू किया जायेगा। डॉक्टरों की इस पहल पर पूर्ण सहयोग प्रदान करेंगें।
दूसरे दिन के व्यख्यान में आयोजन सचिव एवं रेस्परेटरी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो सूर्यकांत ने बताया कि भारत में 20 प्रतिशत फेफड़े के कैंसर का कारण वायु प्रदूषण हैं। डा0 सूर्यकान्त ने कहा कि वायु प्रदूषण के कारण पीएम 2.5, पीएम 10 सल्फरडाई ऑक्साइड, कार्बन मोनो ऑक्साइड जैसे विषैले तत्व पाये जाते हैं, जिसके कारण फेफडे़ के कैंसर की सम्भावना बढ़ जाती है, डा0 सूर्यकान्त ने कहा कि बीड़ी व सिगरट में 7 हजार विषैले तत्व पाये जाते हैं तथा इनमें से 50 तत्व ऐसे होते है जो कि कैंसर कारक माने जाते है।
समापन सत्र में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित डा राज कुमार, कुलपति, यूपीएमएस, सेफई ने कहा कि अगर बीड़ी, सिगरेट व तम्बाकू पर प्रतिबन्ध लगता है तो देश से 40 प्रतिशत कैंसर की समस्या दूर हो जायेगी। समापन सत्र के अवसर पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान, जोधपुर के निदेशक डा0 संजीव मिश्रा (कैंसर सर्जन) ने कहा कैंसर के रोगियों का निदान प्रारम्भिक अवस्था में नहीं हो पाता है, जिससे कि उनकी कैंसर सर्जरी नहीं हो पाती है, क्योंकि कैंसर सर्जरी फेफड़े के कैंसर की दो प्रारम्भिक अवस्थाओं में ही की जा सकती है। लंग कैंसर संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पीजीआई, चण्डीगढ़ से डा0 दिगम्बर बेहरा ने संस्था के द्वारा कैंसर के क्षेत्र में किये जा रहें कार्यों की जानकारी दी। आयोजन अध्यक्ष व पूर्व में केजीएमयू के पल्मोनरी विभाग के विभागाध्यक्ष रह चुके प्रो राजेन्द्र प्रसाद ने अपने सम्बोधन में लंग कैंसर को लेकर पहले और अब की डायग्नोसिस व इलाज के बारे में बताया। समापन सत्र के अवसर पर संगोष्ठी में आयोजित यंग सांइटिस्ट अवार्ड एवं पोस्टर प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार दिया गया।
डा0 सूर्यकान्त ने समापन समारोह में मुख्य अतिथि सहित सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर उन्होंने आयोजन को सफल बनाने के लिए अपने विभाग से जुड़े फैकल्टी मेम्बर, रेजीडेंट्स डॉक्टर, नर्स, टेक्नीशियन व कर्मचारियों की सराहना करते हुए उन्हें सम्मानित किया।