लखनऊ। गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत वांग्मय साहित्य के 302वें सेट की स्थापना केन्द्रीय विद्यालय गोमती नगर लखनऊ के केन्द्रीय पुस्तकालय में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं0 श्री राम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 77 खण्डों का वांग्मय साहित्य की स्थापित किया गया।
यह वांग्मय साहित्य गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट, गायत्री ज्ञान मंदिर इन्दिरा नगर के सक्रिय कार्यकत्री मुन्नी देवी ने अपने पूर्वजों की स्मृति में संस्थान के प्रधानाचार्य डॉ सी.वी.पी. वर्मा को भेंट किया। डॉ नरेन्द्र देव ने छात्र-छात्राओं को ऋषि द्वारा रचित एक-एक पाकेट बुक तथा उमानंद शर्मा सभी शिक्षक/शिक्षिकाओं एवं अतिथियों को भी एक-एक अखण्ड ज्योति पत्रिका भेंट की गयी।
इस अवसर पर उपजोन प्रभारी के.के. भारद्वाज ने कहा ऋषि साहित्य छात्र-छात्राओं के जीवन में नैतिक मूल्यों का विकास करता है। नैतिक मूल्यों के आधार पर मानव जीवन को सार्थक किया जा सकता है। वांग्मय साहित्य स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा, ने व़ांग्मय साहित्य के महत्व पर प्रकाश डाला। प्रधानाचार्य डॉ. वर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन व्यक्त किया। इस मौके पर डॉ अनिल भटनागर, मुन्नी देवी सहित संस्थान के अतिरिक्त संस्थान के सभी शिक्षक/शिक्षिकायें, छात्र-छात्रायें मौजूद थे।