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‘मोबाइल कैंसर डिटेक्शन यूनिट’ से अब किसी भी कैंसर को शुरुआत में पकड़ना होगा आसान

-भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने केजीएमयू को दान दी यूनिट बस

-कुलाधिपति राज्यपाल ने राजभवन से फ्लैग ऑफ करके किया रवाना

सेहत टाइम्स

लखनऊ। प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज यहाँ राजभवन से किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय की ‘मोबाइल कैंसर डिटेक्शन यूनिट‘ को फ्लैग ऑफ करके रवाना किया। सभी प्रकार के कैंसर की प्रारम्भिक स्तर पर ही पहचान करने में सक्षम यह यूनिट बस भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के सी0एस0आर0 फण्ड से अनुदानित है और सी-डेक ने इसका डिजाइन किया है।

इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने के0जी0एम0यू0 की कुलपति प्रो0 सोनिया नित्यानंद की विशेष सराहना करते हुए कहा कि उन्हीं के प्रयासों से महिलाओं में होने वाले सर्वाइकल कैंसर और उसके निवारण के लिए बालिकाओं को लगाई जानी वाली वैक्सीन की जानकारी प्राप्त हो सकी थी, जिस पर पहली बार अमल करते हए उन्होंने राजभवन की समस्त बालिकाओं को राजभवन व्यय पर वैक्सीन लगवाई। राज्यपाल ने बताया कि महिलाओं में कैंसर रोकथाम में मदद के लिए वैक्सीनेशन के लिए डॉ0 राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में एक अकाउंट भी बनवाया हुआ है, जिसमें प्राप्त डोनेशन से बालिकाओं का वैक्सीनेशन भी किया गया। उन्होंने कहा कि किसी भी अन्य व्यय के बजाए वैक्सीनेशन में व्यय करना बहुत जरूरी है। एक महिला की मृत्यु हो जाने से उसका परिवार बर्बाद हो जाता है। उन्होंने केन्द्र सरकार तक इस वैक्सीनेशन के प्रति अपने प्रयासों की जानकारी भी दी, जिससे इस वर्ष के बजट में सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए वैक्सीनेशन के बजट आवंटित हो सका है।

राज्यपाल ने महिला स्वास्थ्य को सामाजिक जिम्मेदारी बताते हुए कहा कि जो व्यवस्था दी जा रही है, उसके परिणाम दस से पंद्रह साल में पता लगेंगे। कैंसर की बीमारी जांच से ही पता चलती है। हमारे देश में महिलाएं अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत नहीं रहती है। उन्होंने कहा कि ये हम सबकी जिम्मेदारी है कि घर तक पहुंचने वाली इस सुविधा का लाभ महिलाओं को भी दिलवाएं। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि यह एक वाहन प्रदेश के 75 जनपदों की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए कम होगा। संस्थाएं आगे आएं और अपने सी0एस0आर0 फण्ड को इस प्रकार के जनहितकारी कार्यों के लिए दें। उन्होंने बेल और सी-डेक का इस कार्य के लिए आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर के0जी0एम0यू0 की कुलपति डॉ0 सोनिया नित्यानंद ने मोबाइल यूनिट के शुभारम्भ के लिए राज्यपाल का आभार व्यक्त किया। उन्होंने अपने सम्बोधन में भारत में कैंसर के बढ़ते रोगियों की संख्या पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि अर्ली डिटेक्शन से कैंसर की प्रभावी चिकित्सा सम्भव है, जिसमें आज से संचालित यह मोबाइल यूनिट बड़ा योगदान देगी। यूनिट की सुविधाओं की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि इसमें इलेक्ट्रानिक मेडिकल रिकार्ड सिस्टम और डैशबोर्ड शामिल है। इसमें टेली मेडिसिन और टेली परामर्श से विशेषज्ञ की सलाह ली जा सकती है।

सुविधाओं की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि इसमें डिजिटल एक्स-रे रोगी की सामान्य अवस्था तथा कैंसर की बढ़ी अवस्था का आकलन, हेमेटोलॉजी विश्लेषक से रक्त सम्बन्धित कैंसर के रोगियों की पहचान और उनके इलाज की निगरानी, इम्यूनोलॉजी विश्लेषक, रक्त के नमूनों में विभिन्न बायोमार्कर और ट्यूमर मार्करों की माप, शरीर प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया का आकलन और ट्यूमर की विशिष्ट पहचान से कैंसर का डिटेक्शन, अल्ट्रासाउण्ड स्कैन से स्तन, पेट, प्रजनन अंगों में ट्यूमर की पहचान, ई0सी0जी0 मशीन से हृदय स्वास्थ्य का आकलन, प्रारम्भिक कैंसर में क्रायोथेरेपी उपचार, वीडियो कोल्पोस्कोप से सर्वाइकल कैंसर की जाँच और बायोप्सी में मदद मिलेगी।

उन्होंने विश्वास जताया कि यह मोबाइल यूनिट दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में कैंसर नियंत्रण में प्रभावी सिद्ध होगी। मोबाइल यूनिट के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने वाली संस्था भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड के निदेशक अनिल भानु प्रकाश श्रीवास्तव ने इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि ये यूनिट निश्चित रूप से दूर दराज के क्षेत्रों में अर्ली कैंसर डिटेक्शन में लाभदायक होगी और लोगों को स्वस्थ जीवन प्रदान करने में सहायक होगी।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डॉ0 सुधीर महादेव बोबडे, केजीएमयू के चिकित्सक एवं शिक्षकगण, बेल एवं सी-डेक के अधिकारीगण, राजभवन के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

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