मंत्री ने कहा, घायलों को एयर एम्बुलेंस से पहुँचाने की भी तैयारी

लखनऊ. एनटीपीसी हादसे में मरने वाले लोगों की संख्या 32 हो गयी है. लखनऊ में ही 9 और लोगों ने गुरूवार को दम तोड़ दिया. इस तरह लखनऊ में कुल 11 मौत हो चुकी हैं इनमें छह सिविल हॉस्पिटल में, 2 केजीएमयू में, एक पीजीआई में, एक लोहिया हॉस्पिटल में तथा एक प्राइवेट अस्पताल सिप्स में हुई हैं. इनमें सिविल और केजीएमयू में मृत लाये गए मरीज भी शामिल हैं. सभी मृतकों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. इस समय सिविल हॉस्पिटल में 22, केजीएमयू में 10, पीजीआई में 5 तथा लोहिया अस्पताल में एक मरीज भर्ती है.
इससे पूर्व उत्तर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने आज एनटीपीसी ऊँचाहार रायबरेली में दुर्घटना से प्रभावित घायलों को सिविल अस्पताल में देखने के बाद कहा कि आवश्यकता पड़ने पर गम्भीर रोगियों को एयर एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी और उपचार के लिए अन्य चिकित्सालयों में भी भर्ती कराया जायेगा। इसके बाद केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने भी कहा था कि तीन मरीजों को आज तथा छह मरीजों को कल एयर एम्बुलेंस से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल इलाज के लिए ले जाया जायेगा.
मंत्री सिद्धार्थ नाथ का कहना था कि चिकित्सकों की टीम उपचार में लगी हुई है। राजधानी के दूसरे अस्पतालों में भर्ती घायलों का अच्छा से अच्छा इलाज किया जा रहा है। राज्य सरकार निरन्तर घायलों और उनके परिजनों के सम्पर्क में है। उनके परिजनों/तीमारदारों के ठहरने एवं भोजन आदि की समुचित व्यवस्था किये जाने के निर्देश दे दिये गये हैं।
श्री सिंह ने बताया कि 50 एम्बुलेंस लगाकर घायलों को राजधानी एवं अन्य दूसरे अस्पतालों में पहुंचाया गया। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस समय मारीशस में होने के बावजूद भी स्थिति पर लगातार नजर रखें हुए हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को घायलों को उच्च स्तरीय निःशुल्क चिकित्सा सुविधा देने के निर्देश दिए है। साथ ही आर्थिक सहायता की भी घोषणा की है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही 90 बेड राजधानी के अस्पतालों में आरक्षित करा लिए गये थे। अधिकांश घायलों को सिविल अस्पताल के बर्न यूनिट में रखा गया है। उन्होंने बताया कि अस्पतालों में घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दे दिए गए हैं और आवश्यक व्यवस्था भी करा दी गयी है।
उन्होंने बताया कि 90 प्रतिशत झुलसे हुए चार मरीजों में से दो को वेंटीलेटर की जरूरत पड़ने पर डा0 राम मनोहर लोहिया संयुक्त चिकित्सालय, गोमतीनगर रेफर कर दिया गया है। इनके अलावा 22 घायलों का उपचार सिविल अस्पताल में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस घटना के प्रति पूरी तरह संवेदनशील है। घायलों के उपचार में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं आने दी जायेगी।।

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