-टी-20 विश्वकप में भारत पाकिस्तान क्रिकेट मैच को रद करने की मांग उठ रही
–बीसीसीआई ने कहा, अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबद्धता के चलते ऐसा नहीं कर सकते
सेहत टाइम्स ब्यूरो
नेशनल डेस्क। टी20 विश्व कप में आगामी 24 अक्टूबर को भारत का पाकिस्तान से क्रिकेट मैच होना है। जम्मू कश्मीर में हाल ही में हुई आतंकी घटनाओं को लेकर पाकिस्तान के खिलाफ पूरे देश में गुस्सा है। आलम यह है कि पाकिस्तान के साथ मैच न खेलने की मांग जोर-शोर से उठने लगी है। यही नहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी मैच के आयोजन पर पुनर्विचार करने की मांग कर दी है। केंद्रीय मंत्री ने अपने यह विचार संवाददाताओं द्वारा पूछे गए प्रश्न के उत्तर में व्यक्त किये। गिरिराज की इस मांग के साथ बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद भी खड़े हो गए हैं। उन्होंने भी इस मैच को रद करने के लिए आवाज उठाई है।
दूसरी ओर मैच रद करने की मांग के बारे में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा कि वह कश्मीर घाटी में गैर कश्मीरी नागरिकों पर हमलों की कड़ी निंदा करते हैं लेकिन बीसीसीआई अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धता के चलते मैच से पीछे नहीं हट सकता। राजीव शुक्ला का साफ कहना था कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद द्वारा आयोजित किये जाने वाले टूर्नामेंट्स में भाग लेने के एक बार किए गए वादे से कोई भी देश पीछे नहीं हट सकता है। राजीव शुक्ला ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के तहत आप किसी के खिलाफ खेलने से इनकार नहीं कर सकते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स में जानकारों के हवाले से बताया गया है कि दरअसल मैच के होने और नहीं होने का फैसला करना क्रिकेट को चलाने वाली इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के हाथ में है। चूंकि अब जबकि मैच शेड्यूल हो चुका है तो आईसीसी इसे रद करने के बारे में सोचना भी नहीं चाहेगा।
आपको बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को देखते हुए पहले भी कई बार इस तरह की कोशिशें की गयी हैं और भारत को इसमें आंशिक सफलता भी मिली है। ज्ञात हो भारत ने आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप-2021 के दौरान पाकिस्तान से सीरीज खेलने से इनकार कर दिया था। इस पर पाकिस्तान ने आईसीसी से कई बार शिकायत भी की, लेकिन बीसीसीआई प्रमुख सौरभ गांगुली अपनी बात पर अड़े रहे। यही नहीं भारत ने पहले ही साफ कर दिया है कि अगर कोई टूर्नामेंट पाकिस्तान में हुआ तो भारत वहां मैच नहीं खेलेगा। बीसीसीआई ने दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग आईपीएल में भी उसके खिलाड़ियों के खेलने पर बैन लगा रखा है। इस तरह से देखा जाए तो भारत ने खेल में पाकिस्तान से हर संभव दूरी बना रखी है। भारत और पाकिस्तान के बीच आखिरी मुकाबला दो साल पहले वनडे वर्ल्ड कप-2019 में खेला गया था, जो इंग्लैंड में हुआ था।
जानकारों का कहना है कि अगर मान लिया जाए कि भारत इस मैच को खेलने से पीछे हट जाता है तो उससे होने वाले नुकसान का अनुमान लगायें तो सबसे पहले तो आईसीसी उसपर जुर्माना लगा सकता है। चलिये मान लेते हैं कि अगर जुर्माना नहीं लगाया तो भी पाकिस्तान को वॉकओवर देना पड़ेगा और बिना खेले 2 अंक पाकिस्तान को मिल जाएंगे, इसका नतीजा यह होगा कि पॉइंट्स टेबल में भारत को नुकसान तो होगा ही साथ ही नॉकआउट (सेमीफाइनल) में पहुंचने के लिए संभव है कि उसे हर मैच जीतना जरूरी हो जाये यानी भारत के लिए लगभग हर मैच नॉकआउट की तरह हो जाये क्योंकि दोनों ग्रुप की टॉप-4 टीमें ही फाइनल में पहुंचेंगी।
इस तरह की परिस्थितिवनडे वर्ल्ड कप-2019 की बात करें तो उस समय भी इस तरह की परिस्थिति आई थी। इस बारे में जब सचिन तेंदुलकर से पूछा गया तो उन्होंने कहा था, ‘मैं ऐसा नहीं चाहूंगा।’ उन्होंने उस वक्त कहा था कि 2 अंक गिफ्ट में मिलने से पाकिस्तान की मदद ही होगी, जो मैं नहीं चाहूंगा। यह मैच 16 जून, 2019 को मैनचेस्टर में खेला गया था, इसमें भारत ने पाकिस्तान को डकवर्थ लुईस नियम के अनुसार 89 रनों से हराया था। ताबड़तोड़ 140 रन बनाने वाले रोहित शर्मा को मैन ऑफ द मैच चुना गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स में जानकार कहते हैं कि अगर हर मैच में जीतकर सेमीफाइनल में भी भारत पहुंच जाये और उसके बाद भी अगर सेमीफाइनल या फाइनल में पाकिस्तान से मुकाबला होने की नौबत आये तो क्या करेंगे क्या उसे फाइनल में पहुंचने के लिए वॉकओवर दे देंगे या फिर फाइनल में न खेलकर ट्रॉफी गिफ्ट कर देंगे, जो कि संभव नहीं है, इसलिए बेहतर यही है कि खेल भावना के साथ मैच खेलकर पाकिस्तान को हराकर टूर्नामेंट में बाहर करें, और अगर नौबत आ जाये 2007 की तरह विश्वकप पर कब्जा जमाया जाये।