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मछली के तेल का शाकाहारी विकल्‍प है सीबकथोर्न ऑयल कैप्‍सूल

-माइनस टेम्‍प्रेचर वाले व ऊंचे पहाड़ी इलाकों में भी दिल की रक्षा करता है यह कैप्‍सूल
-सेना के जवानों के लिए हर्बल से तैयार किया है डीआरडीओ की इकाई ने

धर्मेन्‍द्र सक्‍सेना

लखनऊ। लेह लद्दाख की ऊंची दुर्गम पहाडि़यों, सियाचिन ग्‍लेशियर के शून्‍य से 50 डिग्री कम तापमान तक के मौसम में दिल को दुरुस्‍त रखने में सहायक सीबकथोर्न तेल कैप्‍सूल वही काम करता है जो मछली के तेल वाला कैप्‍सूल करता है, यह कहा जा सकता है कि यह फि‍श ऑयल का यह शाकाहारी विकल्‍प है।

मो‍हन सिंह ठाकुर

यह जानकारी डिफेंस एक्‍सपो-2020 में रक्षा अनुसंधान तथा विकास संगठन (डीआरडीओ) की रक्षा उच्‍च तुंगता अनुसंधान संस्‍थान (डिहार) के टेक्निकल ऑफीसर मो‍हन सिंह ठाकुर ने ‘सेहत टाइम्‍स’ को देते हुए बताया कि सीबकथोर्न तेल सॉफ्ट जैल कैप्‍सूल सीबकथोर्न के बीज के तेल से तैयार किया गया है। इसमें जैव सक्रिय यौगिको जैसे विटामिन ई, विटामिन कैरोटीन के साथ-साथ ओमेगा-3, ओमेगा-6, ओमेगा-7 तथा ओमेगा-9 वसा अम्‍लों व अन्‍य वसा अम्‍लों व कैल्शियम, फॉस्‍फोरस, आयरन, जिंक, मैग्‍नीशियम, सेलेनियम आदि मिनिरल्‍स भरपूर तरीके से शामिल हैं। ये सभी प्राकृतिक रूप से एंटी ऑक्‍सीडेंट के स्रोत हैं।

उन्‍होंने बताया कि यह कैप्‍सूल हृदय संबंधी जोखिम के कारकों को कम करता है तथा उच्‍च तुंगता वाले क्षेत्रों यानी अत्‍यधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ऑक्‍सीडाइज्‍ड कोलेस्‍ट्रॉल की सफाई करता है।

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