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हिन्दुओं का ही नहीं, समस्त प्राणियों का है नया वर्ष ‘नव संवत्सर’ : अपरिमेय श्याम दास

-नव चेतना समिति ने इस वर्ष भी नव संवत्सर का समारोहपूर्वक स्वागत कर लोगों में जगायी चेतना

-ज्ञानवापी केस की पैरवी कर रहे विष्णु शंकर जैन ने किया चेतना जगाने का आह्वान

सेहत टाइम्स

लखनऊ। आज से शुरू हुए वर्ष को हिन्दू वर्ष कहकर इसे सीमित न करें क्योंकि यह हिन्दुओं का नहीं, प्राणिमात्र का नव वर्ष है इसके विषय में आप और जानना चाहें तो पद्म पुराण में जाना पड़ेगा, पद्म पुराण के प्रथम भाग सृष्टि खंड अध्याय 3 श्लोक संख्या 4 से 24 तक इस काल गणना के विषय में बताया है। विश्व कल्याण के लिए प्राणिमात्र को सनातन की तरफ लौटना ही पड़ेगा और इसके लिए पौराणिक और वैज्ञानिक मान्यताओं पर आधारित पिंगल नवसंवत्सर निश्चित ही एक संकल्प के तौर पर आज के परिवेश में प्रदर्शित हो रहा है। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के 84वें वंशज सम्राट विक्रमादित्य के द्वारा ही विक्रम संवत का प्रतिपादन किया गया है।

यह विचार सनातन नव वर्ष विक्रम संवत 2081 पिंगल संवत्सर कलियुगाब्ध 5126 के प्रारंभ मंगलवार 9 अप्रैल को नववर्ष चेतना समिति द्वारा आयोजित सांस्कृतिक आयोजन के मुख्य अतिथि के रूप में इस्कॉन लखनऊ के अध्यक्ष अपरिमेय श्याम दास ने कही। समिति की मुख्य संरक्षक रेखा त्रिपाठी की अध्यक्षता में हुए भव्य कार्यक्रम का आयोजन गोमती नदी तट पर खाटूश्यामजी मंदिर प्रांगण में किया गया था। उन्होंने कहा कि आज हम भौतिक शिक्षा दो ले रहे हैं लेकिन आध्यात्मिक शिक्षा नहीं ले रहे हैं, भौतिक शिक्षा हमें सुख का प्रलोभन तो देती हैं लेकिन सुख नहीं देतीं। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक शिक्षा हमें सिर्फ किताब से पढ़कर नहीं आएगी, जिस प्रकार किताब होते हुए भी हमें टीचर की जरूरत होती है उसी प्रकार आध्यात्मिक शिक्षा भी गुरु के माध्यम से ही सीखी जा सकती है।

इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों ने भारत माता और सम्राट विक्रमादित्य के चित्र पर पुष्पार्चन और दीप प्रज्ज्वलित करके की। मंच का सञ्चालन समिति के उपाध्यक्ष अजय सक्सेना और सचिव डॉ सुनील कुमार अग्रवाल ने सम्भाला। सबसे पहले समिति के अध्यक्ष डॉ गिरीश गुप्ता ने नव वर्ष चेतना समिति की 2009 में हुई स्थापना में लखनऊ के पूर्व महापौर की पहल की चर्चा करते हुए नव संवत्सर को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य के बारे में बताया।

विशिष्ट अतिथि उच्चतम न्यायालय के प्रख्यात अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने अपने पिता हरिशंकर जैन के द्वारा अयोध्या में राम मंदिर के लिए की गयी पैरवी का जिक्र करते हुए कई दूसरे धार्मिक स्थलों के लिए कोर्ट में चल रहे मामलों की जानकारी दी। उन्होंने हिन्दू जनमानस से अपनी चेतना जगाने का आह्वान किया। ज्ञात हो वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी मस्जिद केस और मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि केस की पैरवी विष्णु शंकर जैन ही कर रहे हैं। उन्होंने समिति की और से हरी शंकर जैन के लिए दिये जाने वाले सम्मान को ग्रहण किया, क्योंकि अस्वस्थता के कारण हरी शंकर जैन कार्यक्रम में नहीं आ पाये।

कार्यक्रम के दूसरे विशिष्ट अतिथि उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता एलपी मिश्र ने अपने सम्बोधन में कहा कि विक्रम संवत को भी जन-जन तक पहुँचाने और मनाने का काम नव वर्ष चेतना समिति विगत 15 वर्षों से कर रही है। समिति को चाहिए कि यह कार्यक्रम अन्य राज्यों और जनपदों में भी शुरू कराए।

कार्यक्रम में नववर्ष चेतना समिति द्वारा वार्षिक पत्रिका नव चैतन्य का भी विमोचन किया गया, जिसकी संपादक डॉ निवेदिता रस्तोगी एवं डॉ संगीता शुक्ला ने बताया कि इस बार यह पत्रिका हम सबके आराध्य मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीरामजी को समर्पित है। पत्रिका में तमाम मनीषियों द्वारा लिखे गए लेख प्रकाशित हैं, साथ ही पत्रिका में डिजाइनिंग का कार्यभार इंजीनियर हेमंत कुमार द्वारा किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र कार्यवाह डॉ. वीरेंद्र जायसवाल ने नववर्ष चेतना समिति की प्रयासों की सराहना करते हुए कहा हम सभी भारतवासियों का नैतिक कर्तव्य है की अपनी सभ्यता और संस्कृति की प्रामाणिकता को जीवंत बनाए रखने के लिए इस तरह के तमाम और प्रयास समाज के बीच में लाएं। हमारा भारतीय नव वर्ष विक्रम संवत पूरी तरह से वैज्ञानिक और प्रमाणिक है, अतः भविष्य में इसको पूरे भारतवर्ष में तथा प्रशासन में भी लागू करने का प्रयास समिति द्वारा किया जाना चाहिए।

… मेरे घर राम आये हैं

कार्यक्रम में गीता परिवार द्वारा एकल गीत प्रस्तुत करने के साथ-साथ राघवेंद्र सिंह ने कथक नृत्य के माध्यम से अनूप जलोटा के भजन कभी-कभी भगवान को भी भक्तों से काम पड़े, जाना था गंगा पार प्रभु केवट की नाव चढ़े… और आजकल चल रहे भजन … सजा दो घर को गुलशन से, मेरे घर राम आये हैं… पर सबको झूमने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम में लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. एसपी सिंह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक कौशल, विभाग प्रचारक अनिल एवं लखनऊ दक्षिण जिले के प्रचारक अजीत, केजीएमयू के विभागाध्यक्ष डॉ. सूर्यकान्त, डॉ रेनू महेंद्र सहित अनेक लोगों की विशिष्ट उपस्थिति रही।

कार्यक्रम में ओम प्रकाश पांडेय, अजय सक्सेना, बाल संरक्षण आयोग के सदस्य श्यामजी त्रिपाठी, डॉ. पुनीता अवस्थी, डॉ. रंजना द्विवेदी, एडवोकेट राकेश यादव, अरुण मिश्र, एडवोकेट दयाशंकर पांडेय, एसके त्रिपाठी, कमलेंद्र मोहन, दीपक अग्रवाल, सीमा गुप्ता, डॉ पंकज श्रीवास्तव, मीडिया प्रभारी आनंद पाण्डेय, भारत सिंह, राधेश्याम सचदेवा, डा. राजीव गुप्ता, तेज नारायण पांडेय, मुदित सिंघल समेत बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।

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