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योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा का सिद्धांत समझ में आ जाए तो कम किया जा सकता है मेडिकल बजट

-इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन के यूपी कन्वीनर डॉ. नन्दलाल जिज्ञासु ने स्कूलों में किया जागरूक

सेहत टाइम्स

सिद्धार्थ नगर/लखनऊ। विद्यार्थी एवं शिक्षकगणों को जागरूक कर समाज को स्वस्थ रखा जा सकता है, छात्र जीवन में योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा का सिद्धांत समझ में आ जाए तो मेडिकल बजट को भी बहुत कम किया जा सकता है।

यह बात इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन (आई.एन.ओ.) के उत्तर प्रदेश राज्य कन्वीनर एवं वरिष्ठ प्राकृतिक चिकित्सक डॉ. नन्दलाल जिज्ञासु ने जनपद सिद्धार्थनगर में पूर्व माध्यमिक विद्यालय पननी, कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय लोटन, पूर्व माध्यमिक विद्यालय ककरहवां, पूर्व माध्यमिक विद्यालय बूणा, नेहरू इंटर कॉलेज ककरहवां, का दौरा कर छात्र छात्राओं तथा अध्यापक गणों को प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग की विधि एवं लाभ तथा कौन बनेगा स्वास्थ्य रक्षक की नियमावली के संदर्भ में बताते हुए कही। उन्होंने बताया कि आयुष मंत्रालय भारत सरकार एवं शिक्षा विभाग के सहयोग से इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन (INO) द्वारा संचालित कौन बनेगा स्वास्थ्य रक्षक (KBSR) कार्यक्रम राष्ट्रीय स्तर पर आनलाइन नि:शुल्क संचालित किया जा रहा है, जिसमें देश के 75 लाख लोगों को प्रतिभाग कराए जाने का लक्ष्य है।

डॉ नन्दलाल ने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग में स्वास्थ्य संवर्धन, स्वास्थ्य संरक्षण, रोग निवारण एवं स्वास्थ्य स्वावलंबन की अद्भुत क्षमता विद्यमान है जो कि सरकार का भी लक्ष्य है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भी प्राकृतिक चिकित्सा युक्त जीवन शैली का अनुसरण करते रहे, जिसमें उपवास ने उनके अंतिम समय तक दिव्य अस्त्र के रूप में कार्य किया। संचारी तथा गैर संचारी रोगों के निवारण एवं प्रबंधन में भी प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस दौरे में स्थानीय जिला कोऑर्डिनेटर डॉ. राकेश त्रिपाठी, ब्लॉक कन्वीनर सत्य प्रकाश, महेश कुमार, अभिषेक यादव, कुमार अभिशौर्य, रघुनाथ संबंधित स्कूल के प्रधानाध्यापक, अध्यापकगण एवं छात्र-छात्राओं ने कार्यक्रम को सफल बनाने में विशेष सहयोग प्रदान किया।

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