Wednesday , October 11 2023

इस शख्‍स के हाथों में एक साल बाद फिर उगने लगी हैं पेड़ जैसी लताएँ

एक साल पहले 24 सर्जरी के बाद डॉक्टरों ने उन्हें बीमारी से मुक्त घोषित कर दिया था

 

करीब 10 सालों तक एक विचित्र बीमारी से पीड़ित रह कर जब उसे छुटकारा मिला तो वह बहुत खुश हुआ था लेकिन एक साल बाद अब फि‍र से वही विचित्र बीमारी ने उसे घेर लिया है। हम यहां बात रहे हैं ‘ट्री मैन’ के नाम से चर्चित हुए बांग्लादेश के अब्दुल बाजनदार की। अब्‍दुल को एपिडर्मोडाइप्लेसिया वेर्रूसीफॉर्मिस नाम की बीमारी है इस बीमारी के कारण बाजनदार के हाथों में फिर से पेड़ जैसी लताएं निकलने लगी हैं जो उनकी विचित्र स्थिति को दर्शा रही है।

ढाका अस्‍पताल में दो साल पहले से उनका इलाज शुरू हुआ था और एक साल पहले अस्पताल में करीब 24 सर्जरी के बाद डॉक्टरों ने उन्हें बीमारी से मुक्त घोषित कर घर भेज दिया था। अब्दुल बाजनदार के शरीर के कई हिस्से किसी पेड़ की जड़ तरह दिखने लगे थे। पेशे से रिक्शा चालक, अब्दुल को इस बीमारी की वजह से ‘ट्री-मैन’ के नाम से जाना जाने लगा था।

अब्दुल को एक बार फिर से ढाका अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां जनवरी 2016 में उन्हें इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। अब्दुल ने कहा, ‘मुझे अब किसी भी सर्जरी से डर लगता है। मुझे नहीं लगता कि अब मेरे हाथ कभी सही हो सकते हैं।’ सर्जन समान्ता लाल सेन, जिन्हें अब्दुल के इलाज के बाद दुनिया भर के डॉक्टरों से सराहना मिली थी, ने बताया कि अब्दुल का केस उन्होंने जितना पहली बार सोचा उससे भी ज्यादा जटिल लग रहा है.

डॉक्टर सेन का कहना है कि, ‘हमने सोचा था कि हमें इलाज मिल गया है। लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि इस मामले में बहुत समय लगेगा। उन्होंने कहा कि, ‘हम कामयाबी तक पहुंचने के लिए जांच करते रहेंगे, हालांकि यह कहना मुश्किल है कि इसमें कितना समय लगेगा।’

सेन के मुताबिक, दुनिया भर में 6 से भी कम लोगों को एपिडर्मोडाइप्लेसिया वेर्रूसीफॉर्मिस नाम की बीमारी है। पिछले साल ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल ने एक बांग्लादेशी लड़की का इलाज किया था जिसे यही बीमारी थी। अब्दुल बाजनदार पिछले कई सालों से कोई काम धंधा नहीं कर पाए हैं।

आपको बता दें कि एपिडर्मोडाइप्लेसिया वेर्रूसीफॉर्मिस एक बेहद दुर्लभ आनुवंशिक स्थिति है जिसे ‘ट्री-मैन रोग’ कहा जाता है। बाजनदार की हालत देखकर ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉक्टरों में जिज्ञासा पैदा हुई और उन्होंने उनका मुफ्त में इलाज किया। डॉक्टरों ने सर्जरी कर उनके हाथों और पैरों से पांच किलो से ज्यादा पेड़ की लताएं हटाईं.  वह अपनी पत्नी और परिवार के साथ अस्पताल के एक छोटे से कमरे में रह रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Time limit is exhausted. Please reload the CAPTCHA.