लखनऊ। प्रदेश के नागरिकों को ‘102’ एवं ‘108’ एम्बुलेंस सेवा का त्वरित लाभ मिले, इसे सुनिश्चित किया जाएगा। राज्य के सभी सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों तक एबुलेंस सेवा को गतिशील और आधुनिक बनाया जाएगा। इन्हें आधुनिक चिकित्सा उपकरणों से भी लैस किया जाएगा, ताकि मरीज को फर्स्ट एड एम्बुलेंस में ही मिल सके।
एम्बुलेंस की संख्या भी बढ़ायी जायेगी
प्रदेश चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने यह विचार आज यहां विकास विकास भवन के सभागार में एम्बुलेंस सेवा के साथ ही अस्पतालों को आधुनिक बनाने लिए आयोजित प्रस्तुतीकरण कार्यक्रम में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के ग्रामीण अंचलों मे भी एम्बुलेंस समय से पहुंचे, इसके लिए इनकी संख्या बढ़ाए जाने पर भी विचार किया जा है। उन्होंने कहा कि सरकार का संकल्प है कि मरीजों को बेहतर एवं नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा आसानी से उपलब्ध हो, इसके लिए नवीन तकनीकों का भी इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में एक लाख से अधिक आबादी पर एक एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध है, जो वास्तविक रूप में काफी कम है। नेशनल एवं स्टेट हाईवे पर भी एम्बुलेंसों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी, ताकि किसी प्रकार मार्ग दुर्घटना होने पर 15 मिनट के भीतर एम्बुलेंस पहुंचे।
सभी योजनाओं की जानकारी के लिए बनेगा ऐप
श्री सिंह ने कहा कि एक हेल्थ एप भी विकसित कराया जाएगा। इस एप के माध्यम से एक क्लिक पर सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही समस्य योजनाओं की जानकारी आसानी से लोगों को हासिल हो जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट को भी नये रूप में विकसित कराया जाएगा। गरीबों के लिए स्वास्थ्य बीमा योजना को बेहतर ढंग से लागू किया जाएगा, ताकि जरूरतमंदों को इसका लाभ आसानी से मिले और किसी भी प्रकार की अनियमितता भी न होने पाये। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में बायोमैट्रिक मशीन भी लगाई जाएगी, ताकि चिकित्सकों और अन्य आवश्यक स्टाफ का उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।
प्रजेन्टेशन के दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) महेन्द्र सिंह, अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अरुण कुमार सिन्हा, सचिव, बी हेकाली झिमोमी, निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, आलोक कुमार तथा महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य डॉ. पद्माकर सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।