Wednesday , October 11 2023

पर्यावरण संतुलन के साथ ही मनुष्‍य को निरोगी बनाने में भी मदद करते हैं वृक्ष

-वृक्षारोपण कार्यक्रम में डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि तापमान भी कम करते हैं पेड़

-अपने सम्‍बोधन में देवरहा बाबा को लेकर भी दीं अनेक जानका‍रियां

सेहत टाइम्‍स

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि वृक्ष न केवल पर्यावरण संतुलन को बनाए रखते हैं, बल्कि शरीर को निरोगी बनाने में भी मदद करते हैं।

आज मोती लाल नेहरू चंद्र भानु गुप्त नगर वार्ड के अंतर्गत तिकोना पार्क में आयोजित वृक्षारोपण के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि वृक्ष तापमान को भी कम करते हैं। उन्होंने इस दिशा में लखनऊ के दो स्थानों का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि कोरोना के समय जहां अमेरिका में लगभग 30 लाख लोगों की मृत्यु हुई वहीं यहां पर उसको देखते हुए संख्या इसलिए बहुत कम थी क्योंकि यहां पर वृक्षों की संख्या विशेषकर गावों में बहुत अधिक थी जिसके कारण लोगों की इम्युनिटी अधिक थी। उनका कहना था कि यदि कहीं वृक्षारोपण होता है तो वास्तव में यह दैवी शक्ति का जागरण है और यहां जो भी लोग उपस्थित हैं उन्हे दैवी शक्ति के जागरण का आशीर्वाद मिल रहा है।

उन्होंने बताया कि जब वे गुजरात के प्रभारी थे तो वहां के भाजपा संगठन ने वृक्षारोपण करने को प्रोत्साहित करने का नया तरीका निकाला जिससे वृक्षारोपण भी हो और वृ़क्षों की सुरक्षा भी सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि उस समय उन्होंने कुछ नये तरीके निकाले थे, पितृपक्ष में लोग अपने अपने पूर्वजों के नाम पर वृक्ष लगाते थे और पूर्वजों की पुण्यतिथि पर ब्राह्मणों को भोजन तथा परिवारजनों के साथ पूजा-अर्चना पूर्वजों के नाम पर लगाए गए वृक्ष के पास आकर करते थे जिससे वे वर्ष भर उस वृक्ष का संरक्षण भी करते थे। वृक्षारोपण इसलिए सर्वश्रेष्ठ है क्योंकि यह एक प्रकार से मानवता की सेवा है।

उन्होंने कहा कि देवरहा बाबा एक दीर्घ आयुवाले जीते जागते ऐसे संत थे जिनकी आयु का अंदाजा लोग अपने अपने प्रकार से लगाते थे। उन्होंने कहा कि कोई उनकी आयु 500 वर्ष बताता था तो कोई उनकी आयु एक हजार वर्ष बताता था तो कोई उनकी आयु 200 वर्ष बताता था। महामना मदनमोहन मालवीय ने उनके दर्शन किये थे तो डा0 राजेन्द्र प्रसाद के साथ भी उनकी फोटो दिखाई पड़ती थी। कुछ फोटो ऐसे भी थे जो 18वीं शताब्दी के थे। वे मचान पर रहते थे तथा व्यक्ति के सिर पर पैर रखकर आशीर्वाद दिया करते थे। उन्हें किसी ने कभी कुछ खाते हुए या लघुशंका करते हुए नहीं देखा था। वे देवरिया से कुंभ जाते थे किंतु किस सवारी से वे जाते थे इसे किसी ने नही देखा था। वे कब कहां से विलुप्त हो जाते थे और कब कहां पहुंच जाते थे इसका पता नहीं चलता था।

उन्होंने कहा कि कुछ संतों के बारे में यह कहा जाता है कि‍ वे हिमालय में जब तप करते थे तो पलक झपकते वे एक पर्वत शृंखला से दूसरे में पहुंच जाते थे। केदारनाथ धाम में इन्हें कई बार देखा ही नहीं गया बल्कि वहां के क्षेत्रवासियों ने इसकी पुष्टि की थी। जब केदारनाथ पर बर्फ गिरने लगती है तो भी विभिन्न पर्वत शृंखला में तप करने वाले कई संत वहीं प्रकृति के साथ रहते थे। उनकी आयु लंबी होती है निरोगी काया रहती थी।

डॉ शर्मा ने कहा कि तपस्वी संत देवरहा बाबा के बारे में लोग कहते थे कि वे न केवल पशु पक्षियों से बात कर लेते हैं बल्कि पेड़ों और वनस्पतियों तक से बात कर लेते हैं। उन्होंने इस संबंध में एक प्रसंग का जिक्र किया जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे और वे देवरहा बाबा से मिलने आ रहे थे। चूंकि प्रधानमंत्री आ रहे थे इसे प्रोटोकोल और सुरक्षा की दृष्टि से झाड़ियों को भी काटा जाना था। जब एक वृक्ष को काटा जाने लगा तो बाबा ने कहा कि इसे मत काटें क्योंकि वे इससे रोज बात करते हैं। चूंकि प्रधानमंत्री की सुरक्षा का सवाल था इसलिए उसे जब काटा जाने लगा तो बाबा ने कहा कि इसे मत काटो तुम्हारे प्रधानमंत्री नहीं आएंगे और बाद में किसी कारण से राजीव गांधी के आने का कार्यक्रम टल गया जिससे वह पेड़ कटने से बच गया। बाबा ने बताया था कि पेड़ जब हिलते हैं तो आपस में बात करते हैं, इनमें भी प्राण होते हैं। यह आपके ऑक्सीजन का सिलेंडर है। आज मोती लाल नेहरू चंद्र भानु गुप्त नगर वार्ड के अंतर्गत तिकोना पार्क में वृक्षारोपण के कार्यक्रम में मुख्य अथिति के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा सम्मिलित हुए। उन्होंने क्षेत्रवासियों की मांग पर अपनी विधायक निधि से पार्क में व्यायाम करने के लिए जिम, एक शौचालय तथा बच्चों के लिए झूले व शूट (फिसलना) लगाए जाने की घोषणा की।

इस अवसर पर प्रदेश कार्यसमिति सदस्य, भाजपा, उत्‍तर प्रदेश गौरव माहेश्वरी, संयोजक व्यापार प्रकोष्ठ भाजपा लखनऊ अभिषेक खरे, पार्षद चरणजीत गांधी, पूर्व पार्षद सुरेन्द्र गांधी “राजू”, पूर्व पार्षद राजन श्रीवास्तव, पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता सुरेन्द्र शर्मा, मनोज राय, क्षेत्र के गणमान्य निवासी गुरमीत सिंह, लक्ष्मी कांत माहेश्वरी, महावीर चौधरी, अनिल मोहन तिवारी “अन्नू”, जितेंद्र शर्मा, विष्णु कांत माहेश्वरी, सुरेश अग्रवाल, दिनेश मित्तल, मुकुल शर्मा, राम कृष्ण बंसल, अरोड़ा, सुनील सहित क्षेत्रीय जनता उपस्थित रही।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Time limit is exhausted. Please reload the CAPTCHA.