केजीएमयू में दवाओं के साथ ओर्थोपेडिक और हार्ट के उपकरण भी काफी सस्ते मिलेंगे
सितम्बर तक पूरी हो जाएगी टेंडर की प्रक्रिया, भारत सरकार की टीम पहुँची केजीएमयू
लखनऊ. किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में जन औषधि केंद्र के 10 काउंटर खुलेंगे. उम्मीद है कि सितम्बर के बाद सस्ती दवाओं और उपकरण का लाभ मरीजों को मिलना शुरू हो जायेगा. बुधवार को भारत सरकार की टीम केजीएमयू पहुंची जहाँ टेंडर की प्रक्रिया को लेकर विचार विमर्श हुआ.
इस बारे में जानकारी देते हुए केजीएमयू के जन औषधि योजना केंद्र के इंचार्ज प्रो. अजय सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के सीनियर डायरेक्टर डॉ. धीरज कुमार ने आज यहाँ कुलपति से मुलाकात कर संसथान में खुलने वाले जन औषधि केंद्र के सम्बन्ध में विचार विमर्श किया. उन्होंने बताया कि फिलहाल 10 काउंटर खोलने की योजना है. ये काउंटर हर मुख्य स्थानों जैसे क्वीनमैरी हॉस्पिटल, मानसिक रोग विभाग, लारी कार्डियोलॉजी, ट्रामा सेंटर, ओपीडी ब्लाक, शताब्दी हॉस्पिटल आदि स्थानों पर बनाए जायेंगे. डॉ. सिंह ने बताया कि यह भी तय हुआ कि टेंडर की प्रक्रिया किस तरह से पारदर्शी बनायी जाये जिससे आम जनता के बीच से भी लोगों को चयनित होने का मौका मिल सके. उन्होंने बताया कि टेंडर आदि की सारी प्रक्रिया सितम्बर माह तक पूरी कर ली जाएगी तथा उसके बाद भारत सरकार से लाइसेंस मिलते ही जन औषधि केंद्र की शुरुआत कर दी जायेगी.
डॉ. अजय ने बताया कि जन औषधि केंद्र पर दवाओं के साथ ही ओर्थोपेडिक और हार्ट में इस्तेमाल होने वाले उपकरण भी बेहद सस्ते दामों पर उपलब्ध होंगे. उन्होंने बताया कि इन केन्द्रों पर मिलने वाली जेनरिक दवाओं के दाम साधारण कंपनियों कि जेनरिक मेडिसिन के दामों से भी करीब 25 प्रतिशत कम होंगे क्योंकि यहाँ मिलने वाली दावा सरकारी कंपनियों की होगी. कुल मिलकर देखा जाये तो मरीजों के हित की खबर है जिसमे उन्हें अब और तब के दामों में जमीन आसमान का फर्क दिखेगा.
