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एसजीपीजीआई जैसे युवा संस्‍थान में विकास की अपार संभावनाएं

-38 वर्ष का हो गया संजय गांधी स्‍नातकोत्‍तर आयुर्विज्ञान संस्‍थान

-विभिन्‍न प्रकार के कार्यक्रमों के साथ मनाया गया स्‍थापना दिवस

सेहत टाइम्‍स

लखनऊ। उत्‍तर प्रदेश के मुख्य सचिव व संजय गांधी पीजीआई के अध्‍यक्ष राजेंद्र कुमार तिवारी ने कहा है कि संजय गांधी स्‍नातकोत्‍तर आयुर्विज्ञान संस्‍थान 38 वर्ष का हो गया है। इस युवा संस्थान में विकास की अपार संभावनाएं हैं, हमें निरंतर उन्नति के शिखर को छूना है।

श्री तिवारी ने यह बात संजय गांधी पीजीआई के स्‍थापना दिवस समारोह में मुख्‍य अतिथि के रूप में अपने सम्‍बोधन में कही। उन्‍होंने इस मौके पर संस्थान के सभी सदस्यों को स्थापना दिवस समारोह की बधाई देते हुए पुरस्कार विजेताओं को भी शुभकामनाएं दीं और कहा कि यह संख्या प्रति वर्ष बढ़नी चाहिए ।

उन्होंने डॉ कान्नन के आउटरीच कम्युनिटी प्रोग्राम की भूरि-भूरि प्रशंसा की और कहा कि ऐसे ही कार्यक्रम हमें भी समुदाय और ब्लॉक स्तर पर क्रियान्वित करने चाहिए, जिससे बड़े संस्थानों पर बढ़ते भार को  कम किया जा सके।

इस अवसर पर संस्थान के निदेशक  प्रोफेसर आर के धीमन ने उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया और संस्थान की विगत एक वर्ष की प्रगति का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया।  उन्‍होंने कहा कि‍ किसी भी संस्थान के लिए स्थापना दिवस एक ऐसा दिन होता है, जब संस्थान अपनी उपलब्धियों को याद करता है और इस विकास यात्रा को सतत जारी रखने की प्रतिज्ञा दोहराता है।

संस्थान के डीन प्रोफेसर अनीश श्रीवास्तव ने समारोह के व्याख्याता पद्मश्री प्रोफेसर रवि कान्नन का औपचारिक परिचय दिया। डॉ कान्नन ने असम के सुदूर क्षेत्रों में सामुदायिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में disease prevention के लिए किए गए अपने प्रयासों विशेषतया कैंसर रोगियों की स्क्रीनिंग और निदान के लिए आशा कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण को विस्तार से समझाया।

डॉ कान्नन ने कहा कि स्वास्थ्य हमारी राष्ट्रीय संपत्ति है और यह हमारा मौलिक अधिकार भी होना चाहिए। यह हमारा राष्ट्रीय दायित्व है कि अपने सभी नागरिकों के स्वास्थ्य का संवर्धन किया जाए। उन क्षेत्रों में जहां यातायात के साधन नहीं है, बीमार व्यक्ति को अनेक कष्टों का सामना करना पड़ता है। ऐसे क्षेत्रों में संरचनात्मक कार्यक्रम व जनमानस में विश्वास निर्माण के लिए अनेक मापदंड अपनाए जाने चाहिए ।

प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा उत्तर प्रदेश शासन आलोक कुमार ने भी उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित किया। उन्होंने भारत के संदर्भ में न्यूनतम लागत के साथ उत्कृष्ट चिकित्सा को अपनाने पर बल दिया।

इस अवसर पर संस्थान परिवार के अनेक सदस्यों को विभिन्न श्रेणियों में चिकित्सक  (DM, MCh, MD ), स्टाफ नर्स व तकनीशियन को उनके योगदान के लिए राजेंद्र कुमार तिवारी द्वारा  सम्मानित किया गया। सर्वोत्कृष्ट शोध कार्यों के लिए  22 पुरस्कार भी  दिए गए।  इस अवसर पर अंग दान दिवस पर “अंग और ऊतक दान पर जागरूकता अभियान” के अंतर्गत SOTTO द्वारा आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को भी सम्मानित किया गया।

कोविड प्रतिबंधों के कारण सीमित संख्या में अतिथियों को आमंत्रित किया गया था। संस्थान के अन्य सभी संकाय, रेजिडेंट और स्टाफ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा इस समारोह में शामिल हुए। संस्थान के डीन प्रोफेसर  अनीश श्रीवास्तव द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।

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