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सावधान, दंत चिकित्‍सकों को ज्‍यादा खतरा है कोविड-19 संक्रमण का

-मरीजों को देखते समय सावधानियों का प्रशिक्षण दिया जा रहा

-केजीएमयू में अब तक 250 डेंटिस्‍ट को किया जा चुका है प्रशिक्षित

-सभी दंत‍ चिकित्‍सकों को वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग से किया जायेगा प्रशिक्षित

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ। दंत चिकित्सकों को संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा होता है। इसलिए डेन्टल क्लीनिक खोलने से पहले सभी सावधानियों की जानकारी होना अति आवश्यक है।

यह बात भारतीय दंत चिकित्सा लखनऊ शाखा के अध्यक्ष डा0 आशीष खरे ने पत्रकारों से बातचीत में कही। उन्‍होंने दंत चिकित्सकों की क्लीनिकों को खोलने की प्रक्रिया में हो रही दुविधाओं की जानकारी दी।  

दंत चिकित्सा संकाय, किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्याल लखनऊ के तत्वावधान में आयोजित पत्रकार वार्ता में डीन, डा0 अनिल चंद्रा ने वर्तमान COVID-19 महामारी के दौरान दंत संकाय में हो रही गतिविधियों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि‍ दंत संकाय में इस महामारी का सामना करने के लिए दंत चिकित्सकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। अब तक पहले चरण में लगभग 450 दंत चिकित्सकों एवमं कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है, एवं आगे समस्त प्रदेश के दंत चिकित्सकों को वीडियो कॉन्‍फ्रेंस के माध्यम से प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है।

दंत चिकित्सा लखनऊ शाखा के सचिव डा0 रमेश भारती ने दंत चिकित्सकों द्वारा सामने आने वाली परेशानियों जैसे- बायो मेडिकल वेस्‍ट मैनेजमेंट  इत्यादि के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा की।