लखनऊ। राजधानी में सरकारी क्षेत्र के अस्पतालों में चिकित्सा सुविधाओं का आज इजाफा हुआ। इसके तहत जहां संजय गांधी पीजीआई में ओपीडी की शुरुआत हुई वहीं पीजीआई की तर्ज पर बने सुपर स्पेशियलिटी सुविधा वाले गोमती नगर स्थित डॉ राम मनोहर लोहिया संस्थान में न्यूरो के मरीजों के लिए २० बेड का गहन चिकित्सा कक्ष शुरू किया गया है जबकि डॉ राम मनोहर लोहिया संयुक्त चिकित्सालय में नवजात बीमार शिशुओं के लिए १२ बेड वाले सिक न्यूबॉर्न इंटेसिव केयर यूनिट ( एसएनसीयू ) का शुभारम्भ हुआ है।
बीमार नवजात बच्चों के लिए गहन चिकित्सा इकाई
लोहिया संयुक्त चिकित्सालय के निदेशक डॉ डीएस नेगी ने बताया कि अभी तक हमारे पास १२ बेड वाला नियोनेटल इंटेसिव केयर यूनिट (एनआईसीयू) चल रहा था अब १२ बिस्तरों वाले एसएनसीयू के शुरू होने से नवजात शिशुओं के लिए कुल २४ बेड गहन चिकित्सा के लिए उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने बताया कि बढ़े हुए १२ बेड के लिए ८ स्टाफ नर्स तथा ४ अन्य चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की व्यवस्था मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय द्वारा की गयी है। इसके साथ ही यहां कंगारू मदर केयर यूनिट भी शुरू की गयी है इसमें कम वजन वाले नवजात शिशुओं को मां के शरीर से इस प्रकार चिपका कर रखा जाता है कि शिशु को आवश्यक गरमी के साथ ताकत मिलती है। इसके लिए मां को एक विशेष प्रकार की ड्रेस दी जाती है जिसमें वह बच्चे को रखती है।
न्यूरो के मरीजों के लिए आईसीयू
इसके अतिरिक्त लोहिया संस्थान में न्यूरो सर्जरी और न्यूरो मेडिसिन के मरीजों के लिए २० बेड की इंटेसिव केयर यूनिट शुरू की गयी है। ज्ञात हो संस्थान में अभी तक न्यूरो मेडिसिन और न्यूरो सर्जरी के मरीजों के लिए ४० बेड उपलब्ध हैं लेकिन आईसीयू की सुविधा नहीं थी। आईसीयू की सुविधा शुरू होने से अब सिर में लगी चोट के मरीजों की गहन चिकित्सा में यह आईसीयू काफी मददगार साबित होगा। ज्ञात हो सिर में गंभीर चोट लगने के बाद हर हालत में एक घंटे के अंदर मरीज को इलाज मिल जाना चाहिये। अभी तक ऐसे मरीजों के लिए किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में ही यह सुविधा थी। हालांकि अभी लोहिया संस्थान की इस आईसीयू में भी अगर हेड इंजरी के साथ मल्टीपल इंजरी वाला गंभीर मरीज है तो उसे इलाज नहीं मिल पायेगा क्योंकि अन्य विभागों में यहां इमरजेंसी की सुविधा नहीं है।
दस विभागों वाली नयी ओपीडी
दूसरी ओर रायबरेली रोड स्थित संजय गांधी पीजीआई में भी आज से नये भवन में ओपीडी प्रारम्भ हो गयी है। फिलहाल यहां अभी दस विभागों की ओपीडी शुरू की गयी है। ओपीडी में पंजीकरण में विलम्ब होने की समस्या से निपटने के लिए १३ काउंटर बनाये गये हैं। यहां पर जिन विभागों की ओपीडी शुरू की गयी है उनमें इंडोक्राइनोलॉजी, इंडोक्राइन सर्जनी, न्यूरोलॉजी, सीटीवीएस, गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी, गैस्ट्रो सर्जरी, ऑप्थेल्मोलॉॅजी, पेन क्लीनिक, रेडियोलॉॅजी, हेमेटोलॉजी, इम्यूनोलॉजी और यूरोलॉजी शामिल हैं।