Friday , October 13 2023

..तो स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के सभी कर्मचारी 28 जनवरी से करेंगे हड़ताल

.एनएचएम कर्मियों के समर्थन में उतरा राज्‍य कर्मचारी संयुक्‍त परिषद

लखनऊ। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उ प्र ने उ प्र राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संघ द्वारा किये जा रहे अनिश्चित कालीन हड़ताल का समर्थन करते हुए एक अतिआवश्यक बैठक स्वास्थ्य विभाग के समस्त संगठनों के अध्यक्ष/महामंत्री की आहूत की जिसमे शासन द्वारा विगत चार दिनों से अपनी जायज मांगों की पूर्ति हेतु चलाये जा रहे आंदोलन पर शासन ने कोई भी वार्ता न आहूत करते हुए इनके ऊपर उत्पीड़नात्मक कार्यवाही प्रारम्भ कर जिसमे इनको बर्खास्त करने तथा इनके ऊपर दफा 144 लगाने जैसे आदेशो की सभी ने घोर निन्दा की व इन संविदा कर्मचारियों के साथ गुलामो जैसा बर्ताव करना कहा। बैठक में तय हुआ कि 26 जनवरी तक इनकी मांगों पर कार्यवाही न हुई या इनका उत्‍पीड़न किया गया तो स्वास्थ्य विभाग के समस्त संगठन 28 जनवरी से इस आंदोलन के समर्थन में हड़ताल करने को बाध्य होंगे।

 

इसके पूर्व भी संघ द्वारा अपनी जायज़ मांगों की पूर्ति हेतु आंदोलन की घोषणा की गई थी जिस पर परिषद के हस्तक्षेप के उपरांत 17 नवम्बर को मिशन निदेशक के साथ परिषद की उपस्थिति में संघ के साथ सम्पन्न हुई बैठक में कई महत्वपूर्ण मांगों पर समयबद्ध निस्तारण की सहमति बनी थी परन्तु कई माह व्यतीत हो जाने के उपरांत एक भी मांग पर सकारात्मक कार्यवाही सम्पन्न नही हो पाई जिससे क्षुब्ध होकर संघ को मजबूरी में पुनः आंदोलन का निर्णय लेना पड़ा।

 

परिषद के महामंत्री अतुल मिश्रा ने बताया कि इनके आंदोलन की शुरुआत होने से पूर्व ही परिषद ने शासन व सरकार को यह अवगत करा दिया था कि इनकी मांगों पर निर्णय नही किया गया या कोई उत्पीड़नात्मक/दंडात्मक कार्यवाही शासन व सरकार द्वारा की गई तो परिषद को मजबूर होकर इनके समर्थन में हड़ताल का निर्णय लेना पड़ेगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी सरकार व शासन की होगी।

 

परन्तु उसके बाद भी इस तरह की कार्यवाही अमानवीय है। परिषद के अध्यक्ष सुरेश रावत व महामंत्री अतुल मिश्रा ने मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव से अपील की कि वे स्वयं हस्तक्षेप कर इन संविदा कर्मचारियों की जायज मांगो का निस्तारण कराये।

 

अतुल मिश्रा ने बताया कि आज की बैठक में निर्णय लिया गया 26 जनवरी से पूर्व इनकी मांगों पर वार्ता कर निराकरण नहीं किया गया और इन संविदा कर्मचारियों के साथ उत्पीड़नात्मक कार्यवाही की गई तो परिषद से सम्बद्ध स्वास्थ्य विभाग के समस्त संगठन 28 जनवरी से इस आंदोलन के समर्थन में हड़ताल करने को बाध्य होंगे।

 

ऊक्त बैठक मे परिषद के संगठन प्रमुख व डिप्लोमा फार्मासिस्ट ऐसो के महामंत्री डॉ केके सचान,  नर्सेज संघ के महामंत्री अशोक कुमार, फार्मासिस्ट महासंघ के अध्यक्ष सुनील यादव, ऑप्टोमेट्रिस्ट ऐसो के अध्यक्ष सर्वेश पाटिल, कुष्ठ चिकित्सा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सतीश यादव, लैब टेक्निशियन ऐसो के सचिव कमल श्रीवास्तव, फिजियोथैरेपिस्ट ऐसोसिएशन के महामंत्री अनिल कुमार, डेंटल हाइजिनिस्ट ऐसो के डी डी त्रिपाठी ,एक्स रे ऐसो के महामंत्री राम मनोहर कुशवाहा आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।