Wednesday , October 11 2023

सीज़ोफ्रेनिया के रोगियों को उपचार की जरूरत है, तिरस्‍कार की नहीं

वर्ल्‍ड सीज़ोफ्रेनिया डे पर मनोचिकित्‍सक की राय

डॉ मोहम्मद अलीम सिद्दीकी

लखनऊ। क्‍या आप मानेंगे कि कोई क्‍या-क्‍या सोच सकता है जैसे कि

  1. उसका सहयोगी उसके खिलाफ षड्यंत्र कर रहा है और उसने कार्यालय में कैमरों को उस पर जासूसी करने के लिए रखा है
  2. या उसके पति के साथ किसी का अवैध संबंध है
  3. और कुछ अज्ञात आवाज़ें जो वह सुनता रहता है
  4. या कोई दूसरों से बात करने से सिर्फ इसलिए डरता है कि उसको यकीन हैं कि वह उसके दिमाग को पढ़ सकता है और वह जो भी सोच रहा हैं उसे दूसरे जानते हैं
  5. और यदि वह छींकता है, तो भूकंप आ सकता है।

यह बात इंडियन साइकिया‍ट्रि‍क सोसाइटी के काउंसलर मेम्‍बर, आईएमए के ऐडिटर मनोचिकित्‍सक डॉ मोहम्‍मद अलीम सिद्दीकी ने कहते हुए बताया कि यह सब एक सामान्य दिमाग के लिए बहुत असामान्य प्रतीत होता है लेकिन यह स्किज़ोफ्रेनिया के लक्षण हैं। सीज़ोफ्रेनिया एक गंभीर मस्तिष्क रोग है। आबादी का लगभग 1% अपने जीवन काल के दौरान सीज़ोफ्रेनिया का शिकार हो सकता है, पुरुषों में यह महिलाओं की तुलना में थोड़ा पहले शुरू होता है।

कारण :

उन्‍होंने कहा कि इसके कारण आनुवांशिक विविधता,  जन्म, गर्भावस्था में शायद थोड़ा मस्तिष्क क्षति होना है। नशा इसे ट्रिगर कर सकता  हैं,  तनाव से सीज़ोफ्रेनिया बदतर हो जाता है।

लक्षण:

उन्‍होंने बताया कि सीज़ोफ्रेनिया वाले लोगों में पाये जाने वाले लक्षणों में भ्रम जैसी स्थिति होती है। वे आंतरिक आवाज सुनते हैं जो कोई और सुन नहीं सकता है, या मानते हैं कि अन्य लोग उनका दिमाग पढ़ रहे हैं, उन विचारों को नियंत्रित कर रहे हैं, या उन्हें नुकसान पहुंचाने की योजना बना रहे हैं। वे झूठी और निश्चित मान्यताओं पर यकीन करते हैं जो सबूत आधारित नहीं हैं। ये लक्षण उन्हें अलौकिक, आक्रामक और सामाजिक रूप से अक्षम कर सकते हैं. उनके परिवार के सदस्यों को एक स्वस्थ व्यक्ति से पूरी तरह से परेशान और उलझन  से पूर्ण परिवर्तन को देखकर बहुत परेशान हो जाते है।

सीज़ोफ्रेनिया वाले लोगों में पाये जाने वाले अन्‍य लक्षणों में उनकी तार्किक सोच में कठिनाई या फि‍र यह महसूस करना कि आपके शरीर और विचारों को किसी और द्वारा नियंत्रित जा रहा है।

 

उन्‍होंने बताया कि ऐसे लोगों में पाये जाने वाले नकारात्मक लक्षणों में रुचि और ऊर्जा खत्म हो जाना, और भावनाओं को महसूस न करना का नुकसान, पहले के रूप में काम करने में सक्षम न होना , वे योजना बनाने, ध्यान केंद्रित करने की क्षमता कम या खो जाती है आत्म विश्वास खो देते हैं और ज़्यादातर समय उदास और चिंतित रहते हैं। ये लक्षण उन्हें भयभीत, असामाजिक और कभी-कभी हिंसक बना देते  हैं।

 

उन्‍होंने बताया कि बीमारी धीरे धीरे बढ़ती है और परिवार के सदस्यों बड़े असमंजस में पड़ जाते हैं और परेशान हो जाते हैं की इतना स्वस्थ और खुशमिज़्ज़ाज़ इंसान इतना बदल कैसे गया समझ में नहीं आता है। यह अचानक भी शुरू हो सकता है। ये सभी लक्षण उनके सामाजिक, मनोवैज्ञानिक और व्यावसायिक कार्य को प्रभावित करते हैं।

उपचार

डॉ अलीम ने बताया कि एंटीसाइकोटिक  दवाएं और पुनर्वास उपचार का मुख्य आधार है। यह 5 लोगों में से 4 की मदद कर सकता है। यदि उचित सलाह के तहत लिया जाए तो दवाएं बहुत सुरक्षित होती हैं, बीमारी के परेशान लक्षणों को कम करने और नियंत्रित करने में मदद मिलती है।

 

उपचार के साथ सीज़ोफ्रेनिया वाले अधिकांश लोग एक स्थिर जीवन जी सकते हैं, काम कर सकते हैं, और अच्छे संबंध रख सकते  हैं। सही इलाज लक्षण को कण्ट्रोल कर सकता है और मरीज़ सामान्य जीवन जी  सकते हैं और अपनी निजी और पेशेवर जीवन के बीच अच्छा संतुलन बिठा सकते हैं