क्योंकि इलाज लक्षणों के आधार पर नहीं, बीमारी के आधार पर होना चाहिये पाइल्स, फिशर, फिस्चुला एवं अन्य एनोरेक्टल बीमारियों के नये-नये उपचार को लेकर सीएमई 4 अगस्त को लखनऊ। इंटरनेट पर देखकर लक्षणों के हिसाब से इलाज करना और झोलाछाप यानी अयोग्य सर्जन से इलाज कराना एक समान है। …
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