-मोबाइल की लत, गलत खानपान और तनाव पैदा कर रहा हाई ब्लड प्रेशर
-वर्ल्ड हाईपरटेंशन डे पर विशेष
सेहत टाइम्स
लखनऊ। माता-पिताओं की चिंता बढ़ाने वाली खबर है कि एक शोध में सामने आया है कि आमतौर पर बड़ों का रोग माने जाने वाला हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन अब किशोरों को भी अपनी गिरफ्त में ले रहा है, इसकी वजह मोबाइल का अत्यधिक उपयोग, तनाव के साथ ही गलत खानपान बताया जा रहा है।
वर्ल्ड हाईपरटेंशन डे पर यह महत्वपूर्ण जानकारी किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के फिजियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉक्टर नरसिंह वर्मा ने देते हुए बताया कि इस स्थिति का पता लखनऊ में हुए एक शोध से चला है। फिजियोलॉजी विभाग ने राजधानी लखनऊ के 20 सरकारी व निजी स्कूलों में 12 से 18 साल के बच्चों पर यह शोध किया गया। इस शोध में 8800 बच्चों को शामिल किया गया। शोध के परिणाम बताते हैं कि इनमें 210 बच्चों यानी करीब साढ़े चार प्रतिशत में हाई ब्लड प्रेशर पाया गया है।
डॉ नरसिंह वर्मा बताते हैं कि किशोरों में हाइपरटेंशन की स्थिति के लिए उनके द्वारा मोबाइल फोन के अत्यधिक प्रयोग, तनाव तथा अपनी मनमर्जी का खाना-पीना जिसमें पिज्जा, बर्गर, चाऊमीन, चिप्स जैसे फास्ट फूड का सेवन जिम्मेदार है। उन्होंने बताया कि करीब 75 प्रतिशत बच्चे अपने माता-पिता के साथ भोजन नहीं करते हैं इसका नतीजा यह होता है कि वह मनमाने समय पर, मनमाने तरीके से, मनमर्जी का खाना खाते हैं जो कहीं ना कहीं उनकी सेहत के लिए नुकसानदायक होता है।
डॉ वर्मा ने बताया कि करीब 40% बच्चों ने बताया कि वह रोज कुछ न कुछ बाहर से मंगा कर खाते हैं। डॉ वर्मा ने बताया कि किशोरों का हाइपरटेंशन की जद में आना इसलिए भी चिंताजनक है क्योंकि हाइपरटेंशन दूसरे अन्य रोगों को जन्म देता है जिसमें विशेषकर गुर्दे की बीमारी भी शामिल है।