Thursday , October 12 2023

किसी बहाने से नहीं चलेगा काम, गुर्दा बचाने के लिए जरूरी है व्‍यायाम

अजंता हॉस्पिटल एंड आईवीएफ सेंटर ने आयोजित किया तीन किलोमीटर लम्‍बा वाकाथॉन

विश्‍व गुर्दा दिवस पर आयोजित पैदल मार्च में शामिल ढाई हजार लोगों ने ली रोजाना व्‍यायाम की शपथ

लखनऊ। कोई भी बहाना नहीं चलेगा, घर के बाहर नहीं टहल सकते हैं तो घर के अंदर टहलें, व्‍यायाम शाला या जिम में व्‍यायाम करें, लेकिन कुछ न कुछ शारीरिक व्‍यायाम जरूर करें, ऐसा करके आप किडनी के रोग सहित कई अन्‍य रोगों को दूर रख सकते हैं, दरअसल यह स्‍वस्‍थ शरीर रखने की कुंजी है। आइये मेरे साथ शपथ लें कि हम अपने शरीर को स्‍वस्‍थ रखने के लिए रोजाना टहलेंगे।

यह आह्वान अजंता हॉस्पिटलएवं आई वीएफ सेंटर के किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ दीपक दीवान ने विश्‍व गुर्दा दिवस पर आयोजित वाकाथॉन के समापन पर करीब ढार्इ हजार लोगों की भीड़ को सम्‍बोधित करते हुए किया। वाकाथॉन का आयोजन अजंता हॉस्पिटल द्वारा आलमबाग मेट्रो स्‍टेशन स्थित अपने परिसर से वीआईपी रोड स्थि‍त संत आसुदाराम आश्रम तक करीब तीन किलोमीटर तक किया गया।

गुरुवार सुबह करीब साढ़े सात बजे शुरू हुए इस पैदल मार्च में पुरुष नीली, महिलाएं गुलाबी तथा बच्‍चे पीली टीशर्ट और सफेद टोपी पहने लंबी कतारें चलती रहीं। वाकाथॉन के प्रति लोगों के उत्साह का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि ढाई हजार से ज्‍यादा लोगों ने तीन किलोमीटर लम्‍बे वाकाथॉन में शामिल होकर लोगों को किडनी को स्‍वस्‍थ रखने का संदेश दिया। व़ाकाथॉन में शामिल लोगों की भीड़ जब आलमबाग की सड़क पर अनुशासित होकर चल रही थी तो एक छोर से दूसरे छोर की दूरी करीब 500 मीटर थी। वॉकाथॉन में शामिल लोग अपने हाथ्‍ में गुर्दे को स्‍वस्‍थ रखने का संदेश लिखी तख्तियां लिये हुए थे। इस भारी भीड़ में डॉक्टर्स, नर्सें, पैरामेडिकल स्टाफ, स्टूडेंटस, शिक्षक और शहर के नागरिक शामिल रहे।

आश्रम पहुंच कर भारी संख्‍या में गुब्‍बारे उड़ाये गये, डॉ दीवान ने कहा कि इन गुब्‍बारों को उड़ाने का एक मकसद है, जैसे इन गुब्‍बारों को हम सबने उड़ा दिया, ऐसे ही हमें अपनी चिंताओं को भी हवा में उड़ा दिया जाना चाहिये, क्‍योंकि चिंता ब्‍लड प्रेशर का बड़ा कारण है, ब्‍लड प्रेशर, ब्‍लड शुगर, मोटापा जब अनियंत्रित हो जाता है तो ये सब किडनी की समस्‍या पैदा कर सकते हैं।

 

इस मौके पर अजंता अस्पताल के प्रबंध निदेशक डॉक्टर अनिल खन्ना ने कहा कि वाकाथॉन में शामिल लोगों की भारी संख्‍या यह इंगित करती है कि लोगों में किडनी के प्रति जागरूकता की शुरुआत हो चुकी है। उन्‍होंने रैली में शामिल हुए स्‍कूली बच्‍चों को सम्‍बोधित करते हुए कहा कि किडनी शरीर की गंदगी को साफ करने का कार्य करती है और उस गंदगी को यूरीन के माध्‍यम से बाहर निकालने का कार्य करती है। उन्‍होंने कहा कि अगर घर में किसी को ब्‍लड प्रेशर, ब्‍लड शुगर है तो विशेष ध्‍यान रखें। उन्‍होंने साफ तौर पर कहा कि टहलना या फिर किसी भी तरह की कसरत नियमित दिनचर्या में शामिल होनी चाहिए। ये नियम सिर्फ मरीजों के लिए ही नहीं बल्कि सेहतमंद लोगों के लिए भी लागू होता है। 30 मिनट पैदल चलना या फिर इतनी ही देर की कसरत वैसे ही हमारी जिंदगी में जरूरी है जैसे कोई भी अन्य नियमित काम। उन्होंने किडनी की बीमारियों से बचने के लिए रूटीन चेकअप पर भी जोर दिया।

मशहूर स्त्री रोग विशेषज्ञ और वरिष्ठ आईवीएफ एक्सपर्ट डॉक्टर गीता खन्ना ने आश्रम के संत चांडूराम के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए कहा कि मेरे करियर में गुरुजी के आशीर्वाद का हमेशा बड़ा स्‍थान रहा है। उन्‍होंने कहा कि गुरुजी जब भी निर्देश देंगे उनके अस्‍पताल में सभी तरह के स्‍पेशियलिस्‍ट उनके निर्देशित किये हुए कार्य को करने के लिए तैयार मिलेंगे। उन्होंने मौजूदा लोगों से कहा कि अपने खानपान, व्‍यायाम, जीवनशैली को दुरुस्‍त रखें। उन्होंने कहा कि खूब पानी पीयें, अपने मन से दवा न खायें, साल भर में आवश्‍यक जांचें कराते रहें। दिल, लिवर, फेफड़े, मस्तिष्‍क व किडनी बहुत ही खास अंग हैं, इनका विशेष ध्‍यान रखें।

कार्यक्रम में धन्‍यवाद डॉ उदिता दीवान ने ज्ञापित किया तथा आश्रम की ओर से डॉ संतोष साहनी ने धन्‍यवाद ज्ञापित किया। संचालन अजंता अस्‍पताल के जनरल मैनेजर केएस ऐबट ने किया। इस अवसर पर वाकाथॉन में शामिल लोगों को स्‍वल्‍पाहार भी दिया गया।