स्वाइन फ्लू जैसे संक्रमण से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जारी किये सुझाव
![](http://sehattimes.com/wp-content/uploads/2019/09/hug.jpg)
धर्मेन्द्र सक्सेना
लखनऊ। आजकल उमस वाली गर्मी से सभी त्रस्त हैं, इससे बचने के लिए तरह-तरह की कवायद करते हैं, क्योंकि यह दिक्कत वह महसूस करते हैं लेकिन क्या आपको उन दिक्कतों का भी अहसास है, जो इस मौसम में आ सकती हैं, अच्छा होगा कि इस दिक्कत को महसूस करके नहीं बल्कि अपनी दूरदर्शिता और जागरूकता से समझ लें और इसे महसूस होने का मौका ही न दें। हम और आप दिन भर में दर्जनों लोगों से मुलाकात करते हैं, जाहिर है मुलाकात की शुरुआत अभिवादन से ही होती है। अभिवादन का तरीका नमस्ते से होता हुआ शेक हैंड यानी हाथ मिलाने से होता हुआ अब हग (आलिंगन) के साथ चूमने तक पहुंच चुका है। आपका अभिवादन गर्मजोशी से भरा है, इसे दर्शाने के लिए हाथ जोड़कर नमस्ते ही काफी है।
स्वास्थ्य विभाग की सलाह है कि अभिवादन को नमस्ते तक ही सीमित रखें तो बेहतर है, क्योंकि हाथ मिलाने, हग करने, चूमने से आप संकामक रोगों की चपेट में आ सकते हैं। इसकी वजह यह है कि वह हाथ जो आपके साथ शेक कर रहा है उसमें जाने-अनजाने कीटाणु लगे हो सकते हैं, जो कि हाथ मिलाने पर आप तक आसानी से पहुंच जायेंगे और आप को संक्रमित कर सकते हैं। यही हाल हग करने, गले मिलने और चूमने में है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेन्द्र अग्रवाल की ओर से जारी सूचना में कहा गया है कि स्वाइन फ्लू Influenza (AH1N1) रोग इन्फ्लुएन्जा ए वायरस से फैलने वाली बीमारी है, जो मूलरूप से सुअरों से मानव जाति में फैलती है। इस बीमारी का संक्रमणकालणकाल किसी सामान्य व्यक्ति के रोग से प्रभावित होने के एक दिवस पूर्व से सात दिवसों तक है। यह रोग जनसामान्य के आपसी सम्पर्क होने पर ग्रसित व्यक्ति से दूसरे सामान्य व्यक्तियों में प्रसारित होता है।
सीएमओ के अनुसार किसी से मिलने पर उनसे हाथ मिलाने, गले मिलने, चूमने से बचें। फ्लू के लक्षण पाये जाने पर घर में ही रहें तथा सार्वजनिक स्थलों जैसे ऑफिस, बाजार, स्कूल, पार्क जैसी जगहों पर न जायें, विशेषज्ञ की सलाह पर उपचार लें। इसी प्रकार खांसी या छींक आने पर रूमाल या टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें, तथा इस्तेमाल करने के बाद ढक्कन वाले डस्टबिन में इसे फेकें। उन्होंने कहा कि परिजनों को भी चाहिये इन बातों को ध्यान में रखें।
![](http://sehattimes.com/wp-content/uploads/2023/01/Dr.Virendra-Yadav-and-Dr.Saraswati-Patel-1.jpg)