वोटबैंक की राजनीति जो न कराये, कम है
आज राजनीति का स्तर इतना गिर गया है कि नेता वोट बैंक के लिए कुछ भी वादा कर देते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार जहां नकल को लेकर सख्ती कर रही है, सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा की शुरुआत होने के बाद इस बात का ऐलान कर दिया गया कि इस बार नकल करने वालों की खैर नहीं है. ऐसे में तमिलनाडु में एक विधायक कह रहे हैं कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आयी तो नकल करने की छूट दी जायेगी।
द्रमुक पार्टी के विधायक और पूर्व मंत्री केएम नेहरू ने कहा कि अगर वो सत्ता में आए तो बच्चों को खुलेआम नकल करने की इजाजत देंगे. नेहरू ने यह बात तमिलनाडु के छात्रों को NEET एग्जाम से अलग करने की मांग करते हुए कही.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मंगलवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केएम नेहरू ने कहा, ‘अगर NEET में छूट पाने में हम नाकामयाब रहे तो निश्चित रूप से हमारी सरकार आने पर हम बच्चों को खुलेआम नकल करने की इजाजत देंगे. उनका कहना था कि आप बिहार और मध्य प्रदेश में खुलेआम नकल होने देते हैं. क्यों? तमिल लोग ही कब तक ईमानदार बने रहेंगे?’
आपको बता दें कि लंबे समय से तमिल छात्रों की मांग है कि वर्ष 2018 में होने वाली NEET परीक्षा से तमिलनाडु को बाहर रखा जाए. बता दें कि पिछले सत्र में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश जारी करते हुए कहा था कि मेडिकल काउंसलिंग नीट के तहत ही कराई जाए. वहीं, इससे पहले तमिलनाडु विधानसभा में आदेश जारी कर तमिलनाडु को नीट परीक्षाओं से बाहर रखने की बात कही थी।