-ट्रॉमा सेंटर में भर्ती मरीज को एम्बुलेंस चालक कोरोना वार्ड के सामने छोड़कर भाग गया
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्व विद्यालय (केजीएमयू) में घोर लापरवाही सामने आयी है। यहां बने कोविड वार्ड के बाहर सड़क पर एक कोरोना पॉजिटिव मरीज तीन घंटे ज्यादा पड़ा रहा, इस बीच उसे वार्ड में शिफ्ट करने की जहमत किसी ने नहीं उठायी। बताया जाता है कि काफी देर बाद जब मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आया तो मरीज को आईसीयू में शिफ्ट किया गया, बताया जा रहा है कि इस मामले में एम्बुलेंस चालक जो मरीज को वार्ड के बाहर छोड़ कर चला गया था, उसका पता लगाया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार लावारिस लोगों के लिए काम करने वाली संस्था एक दिव्य कोशिश के अध्यक्ष दीपक महाजन व चेयरपर्सन वर्षा वर्मा शुक्रवार शाम को ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही एक मरीज को दवाओं की मदद देने गये थे तो उनकी नजर वहीं कोरोना वार्ड के बाहर सड़क पर पड़े सुल्तानपुर निवासी 40 वर्षीय मरीज पर पड़ी, उसके पास उसके चाचा और पत्नी भी बैठे थे। दीपक ने बताया कि वह पास में गए पता चला कोरोना पॉजिटिव मरीज है। उन्हें बताया गया कि करीब सवा चार बजे ट्रॉमा सेंटर से एंबुलेंस से लाकर मरीज को सड़क पर उतार कर एम्बुलेंस वाले चले गये। यानी पिछले 3 घंटे से कोरोना पॉजिटिव मरीज सड़क पर इस तरह पड़ा था। दीपक ने बताया कि अगर ऐसे ही कोरोना मरीज सड़क पर पड़े रहे तो कोविड-19 का विस्फोट हो सकता है।
उन्होंने बताया कि हमारे रुकने तक केजीएमयू प्रशासन हरकत में आया था किसी डॉक्टर का फोन वार्ड बॉय के पास आया कि इसको तत्काल दूसरी मंजिल पर शिफ्ट करो लेकिन मरीज 3 घंटे से सड़क पर पड़ा था। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश शासन, केजीएमयू प्रशासन मामले को संज्ञान में लेते हुए एम्बुलेंस चालक पर कठोरतम कार्रवाई करे।