Wednesday , October 11 2023

आलस्‍य एवं अनियमित दिनचर्या दे सकती है ब्रेस्‍ट कैंसर

जागरूकता के लिए केजीएमयू के पिंक हाफ मैराथन में दौड़े देश भर से आए एथलीट

लखनऊ। देश भर से कई बड़े एथलीट ने आज लखनऊ में आयोजित पिंक हाफ मैराथन में भाग लेकर लोगों को स्‍तन कैंसर के प्रति जागरूक किया। पिंक हाफ मैराथन का आयो‍जन किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के स्तन कैंसर विभाग की तरफ से किया गया। इस प्रतियोगिता में लगभग चार लाख पैतालिस हजार रुपये की धनराशि के नकद पुरस्कार दिए गए। इस मौके पर केजीएमयू के कुलपति प्रो एमएलबी भट्ट ने कहा कि 45 फीसदी बीमारियों का कारण आलस्य एवं अनियमित दिनचर्या है और ब्रेस्ट कैंसर इसका अपवाद नहीं है। उन्होंने कहा कि योग, व्यायाम, साइकिलिंग के द्वारा ब्रेस्ट कैंसर ही नहीं बल्कि किसी भी प्रकार के कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है।

लखनऊ के 1090 चौराहे से शुरू हुई यह हाफ मैराथन महिला व पुरुष वर्ग में आयोजित की गई] जिसकी दूरी 21 किलोमीटर निर्धारित की गई थी । जिसको महापौर डॉo सयुंक्ता भाटिया एवं केजीएमयू के कुलपति प्रोफेसर एमएलबी भट्ट ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

 

कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए। इस अवसर पर विजेताओ को पुरस्कार से सम्मानित करते हुए उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां लखनऊ में अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव का आयोजन हो रहा है और ऐसे मौके पर पिंक हाफ मैराथन का आयोजन किया जाना यह केजीएमयू और लखनऊवासियों की तरफ से विज्ञान महोत्सव को सलामी दिए जाने के बराबर है। उन्होंने इस कार्यक्रम के आयोजक केजीएमयू के कुलपति व स्तन कैंसर विभाग के विभागाध्यक्ष डॉo आनंद मिश्र की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रदेश की जनता को जागरुक करने का यह कार्य सराहनीय है।

 

इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर भट्ट ने इस आयोजन में आए प्रतिभागियों एवं लोगों को ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि 45 फीसदी बीमारियों का कारण आलस्य एवं अनियमित दिनचर्या है और ब्रेस्ट कैंसर इसका अपवाद नहीं है। उन्होंने कहा कि योग, व्यायाम, साइकिलिंग के द्वारा ब्रेस्ट कैंसर ही नहीं बल्कि किसी भी प्रकार के कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। उन्होंने इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि आने वाले समय में यह आयोजन मील का पत्थर साबित होगा।

 

स्‍तनों का परीक्षण करते रहना आवश्‍यक

इस मौके पर केजीएमयू के डीन पैरामेडिकल एवं प्रोफेसर सर्जरी डॉ विनोद जैन ने कहा कि स्‍तन कैंसर की जांच के लिए सेल्‍फ ब्रेस्‍ट एग्‍जामिनेशन (खुद अपने हाथों से अपने स्‍तन का परीक्षण) करते रहना चाहिये यदि किसी भी प्रकार की गांठ स्‍तन में महसूस हो तो क्‍लीनिकल ब्रेस्‍ट एग्‍जामिनेशन (चिकित्‍सक के पास जाकर चिकित्‍सीय परीक्षण) कराना चाहिये। उन्‍होंने क‍हा सबसे महत्‍वपूर्ण समझना यह है कि हर गांठ कैंसर नहीं होती, इसलिए घबराना नहीं चाहिये। इसका फैसला चिकित्‍सक के ऊपर छोड़ देना चाहिये क्‍योंकि वही परीक्षणोपरांत बता सकता है कि‍  गांठ कैंसरयुक्‍त है या नहीं और उसका क्‍या इलाज है।

 

आज के इस कार्यक्रम के आयोजन सचिव डॉ. आनंद मिश्र स्तन कैंसर जागरुकता माह के तहत पूर्व में भी कई कार्यक्रमों का आयोजन करा चुके हैं लेकिन इस आयोजन की खास बात यह थी कि इस दौड़ को उत्तर प्रदेश एथलेटिक्स एसोसिएशन ने मान्यता दी थी और एसोसिएशन द्वारा इसे अपने कैलेंडर में भी शामिल किया गया था।

पुरुष वर्ग में महाराष्‍ट्र के अविनाश सामले व महिला वर्ग में उत्‍तर प्रदेश की पारुल चौधरी प्रथम 

पुरुष वर्ग की 21 किलोमीटर की इस दौड़ में महाराष्ट्र के अविनाश सामले ने 58 मिनट 54 सेकंड में रेस खत्म कर प्रथम स्थान हासिल किया। दूसरे स्थान पर दुर्गा बहादुर रहे उन्होंने यह दूरी तय करने में एक घंटा 01 मिनट 02 सेकंड का समय लिया और तीसरे स्थान पर रतिराम सैनी रहे जिन्होंने एक घंटा 01 मिनट 2.44 सेकंड में यह रेस पूरी की।

 

वहीं महिला वर्ग में उत्तर प्रदेश की पारुल चौधरी प्रथम स्थान पर रहीं, उन्होंने यह दूरी 01 घंटे 12 मिनट में पूरी की। इस पिंक मैराथन में दूसरे स्थान पर अर्पिता सैनी रहीं, उन्होंने यह दूरी 01 घंटे 14 मिनट 15 सेकंड में पूरी की और तीसरे स्थान पर सुधा पाल रहीं, जिन्होंने 01 घंटे और 14 मिनट 55 सेकंड में यह रेस पूरी की। हाफ मैराथन में विजेता को एक लाख] उपविजेता को 50 हजार और तीसरे स्थान पर रहने वाले एथलीट को 25 हजार रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया।

इसके अलावा कैंसर के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए पुरुषों की 10 किलोमीटर और महिलाओं की छह किलोमीटर क्रॉसकंट्री दौड़ और आम जनता के लिए दो किलोमीटर की वाकाथॉन भी आयोजित की गई। इन सभी दौड़ प्रतियोगिता में टॉप-10 विजेताओं को नकद पुरस्कार के साथ ही गिफ्ट हैंपर देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर देश भर से आए एथलीट एवं पूर्व एथलीटों को गिफ्ट हैंपर देकर सम्मानित किया गया।

 

पुरुष वर्ग की 10 किलोमीटर की दौड़ में प्रथम स्थान पर प्रमोद कुमार (34मिनट 06 सेकंड) द्वितीय स्थान पर वीरेंद्र कुमार वर्मा (34 मिनट 07 सेकंड) और तृतीय स्थान पर जितेन्द्र कुमार (35 मिनट 40 सेकंड) रहे। महिलाओं की छह किलोमीटर क्रासकंट्री दौड़ में पहले नंबर पर खुशबु गुप्ता (29 मिनट 42 सेकंड) दूसरे नंबर पर डिंपल सिंह (22 मिनट 08 सेकंड) और तीसरे नंबर पर अंजलि पटेल(24 मिनट 21 सेकंड) रहीं।

 

इस अवसर पर राज्यसभा सांसद अशोक वाजपेयी, अयोध्या से विधायक बाबा गोरखनाथ, गोंडा से विधायक प्रतीक भूषण, एशिया की सर्वश्रेष्ठ महिला धावकों में से एक उत्तर प्रदेश के रायबरेली सुधा सिंह, डॉo विनोद जैन, डॉo जीपी सिंह, डॉ संदीप तिवारी समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।