Wednesday , October 11 2023

आधे घंटे में बदलता है घुटना, तीन से चार घंटे में खड़ा हो जाता है मरीज

-जीरो टेक्निक से नी रीप्‍लेसमेंट करने वाले शैल्‍बी अस्‍पताल ने कहा, थैक्‍यू पेशेंट्स

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ। जिस घुटने को बदलने में पहले डेढ़ से दो घंटे लगते थे, उसे जीरो तकनीक से सिर्फ 25 से 30 मिनट में बदल दिया जाता है। इसके 3 से 4 घंटे बाद मरीज को खड़ा किया जा सकता है, चलाया जा सकता है। सर्जरी की इस जीरो तकनीक का अनुसंधान शैल्‍बी हॉस्पिटल के संस्‍थापक डॉ विक्रम शाह ने किया है। हॉस्पिटल के 25 वर्ष पूरे होने के अवसर पर घुटना प्रत्‍यारोपण करवा चुके अपने पुराने मरीजों के सम्‍मेलन एवं वॉक फॉर फि‍ट ज्‍वॉइन्‍ट जन जागरूकता अभियान में हिस्‍सा लेने डॉ शाह रविवार को लखनऊ आ रहे हैं।

यह जानकारी शनिवार को होटल क्‍लार्क्‍स अवध में आयोजित एक प्रेस वार्ता में देते हुए शैल्‍बी समूह के अंतर्राष्‍ट्रीय बाह्य रोगी विभाग के निदेशक डॉ भरत गज्‍जर व शैल्‍बी हॉस्पिटल के वरिष्‍ठ जोड़ प्रत्‍यारोपण सर्जन डॉ प्रियांक गुप्‍ता ने देते हुए बताया कि आज देश में 20 करोड़ से ज्यादा लोग गठिया से पीड़ित है। उन्होंने कहा अगर ध्यान नहीं दिया गया तो एक सर्वे के अनुसार 2025 तक भारत गठिया के मरीजों की राजधानी बन जाएगा।  उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य पोर्टल के अनुसार भारत में गठिया का प्रसार करीब 22 से 39 परसेंट है जबकि इसमें केवल 14% लोग ही सलाह के लिए डॉक्टर के पास पहुंचते हैं। उन्होंने बताया की 45% महिलाएं जिनकी उम्र 65 साल से ऊपर है, वे जोड़ों की परेशानी से पीडि़त हैं। डॉ प्रियांक ने कहा कि गठिया रोग की शिकार पुरुषों से ज्यादा महिलाएं होती हैं उन्होंने कहा घर को जोड़ने वाली महिलाएं अपने जोड़ों पर ध्यान नहीं देतीं।

इसके कारणों के बारे में उन्होंने बताया कि बढ़ती उम्र, अनियमित जीवन शैली, शारीरिक श्रम का अभाव, असंतुलित खानपान और तेजी से बढ़ते मोटापे के कारण यह रोग हो रहा है। डॉक्टर विक्रम शाह की शोध के बारे में उन्होंने जानकारी देते हुए बताया किस नई शोध जिसे जीरो टेक्निक नाम से जाना जाता है, इसकी वजह से ऑपरेशन में लगने वाला समय आधे से भी कम हो गया है। इस तकनीक से एक छोटे से चीरे से ऑपरेशन संभव हो गया है और जिस ऑपरेशन में पहले डेढ़ से 2 घंटे लग जाते थे अब वह 25 से 30 मिनट में हो जाता है।

उन्‍होंने बताया कि यही नहीं रोगी को ऑपरेशन के 3 से 4 घंटे बाद खड़ा किया जा सकता है, चलाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि शैल्बी हॉस्पिटल देशभर में 11 स्थानों पर है तथा लखनऊ में भी एक साल में खोलने की योजना है। उन्‍होंने बताया शैल्‍बी समूह अपनी 25वीं वर्षगांठ तक 1 लाख से भी अधिक जोड़ प्रत्यारोपण करके विश्व कीर्तिमान स्थापित कर चुका है।

रविवार को होने वाले कार्यक्रम के बारे में पत्रकार वार्ता में उपस्थित डॉक्टर ध्रुव गोयल ने बताया कि राजधानी लखनऊ में महिलाओं एवं लोगों की जन जागरूकता के लिए रविवार 8 मार्च को सुबह 7:30 बजे से 1090 विमेन पावर लाइन चौराहे से शीरोज हैंग आउट तक वॉक फॉर फि‍ट जॉइंट का आयोजन किया गया है।  इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को उचित जीवनशैली और वाकिंग को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाने के लिए प्रेरित करना है इसके आयोजन में उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, लायंस क्लब इंटरनेशनल, डेकाथलान शीरोज जैसे समाज सेवी संस्थानों से सहयोग मिला है। इसके बाद पुराने मरीजों को धन्यवाद देने के लिए होटल क्लार्क्स अवध में एक कार्यक्रम रखा गया है। उन्होंने बताया 15 मार्च को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के साथ भी एक सतत चिकित्‍सा शिक्षा (सीएमई) का भी आयोजन आईएमए भवन में किया जा रहा है। पत्रकार वार्ता में डॉ अंकुर महेंद्रु भी उपस्थित थे।