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टीबी पर शोध के लिए प्रो सूर्यकांत को आईएमए का अति-प्रतिष्ठित ओरेशन सम्‍मान

-पुरस्‍कारों की पायदान में इजाफा, 118वां सम्‍मान

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेस्पाइरेटरी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सूर्यकान्त को इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा अति-प्रतिष्ठित डा0 बिमल बनर्जी मेमोरियल जीमा ओरेशन सम्मान से विभूषित किया गया है। उक्त पुरस्कार उन्हें कोलकाता में आयोजित इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा हाल ही में आयोजित आई.एम.ए. नेटकान की 94वीं राष्ट्रीय कांन्फ्रेंस में प्रदान किया गया। यह सम्मान चिकित्सा के क्षेत्र में ट्यूबरकुलोसिस की बीमारी से जुड़े चिकित्सा, शोध और बचाव कार्यक्रमों में उल्लेखनीय योगदान के चलते प्रदान किया गया है।

ज्ञात रहे कि विगत एक दशक के समय अन्तराल में ये 7वाँ मौका है जब उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर चिकित्सा विज्ञान के किसी क्षेत्र विशेष में उनके विशिष्ट योगदान के लिए ओरेशन से सम्मानित किया गया है। इनमें भुवनेश्वर में 2012 में जर्मन रेमेडीज ओरेशन, चेन्नई और राजमुन्दरी में क्रमशः 2013 व 2017 में क्रमशः इण्डियन चेस्ट सोसाइटी द्वारा डा0 ओ. ए. शर्मा ओरेशन, मुम्बई में आयोजित नेस्कान-2018 में डा0 के.सी. मोहन्ती मेमोरियल ओरेशन, 2018 में ही नेटकॉन अहमदाबाद में प्रो0 एस. एन. त्रिपाठी प्रेसिडेन्शियल ओरेशन अवार्ड तथा हाल ही में नवम्बर 2019 में एलर्जी, अस्थमा एण्ड एप्लाइड इम्यूनोलॉजी द्वारा डा0 डी. एन. शिवपुरी ओरेशन अवार्ड भी शामिल है।

ज्ञात रहे कि डा0 सूर्यकान्त इण्डियन कॉलेज ऑफ एलर्जी, अस्थमा एण्ड एप्लाइड इम्यूनोलॉजी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। इसके साथ ही चेस्ट रोगों के विशेषज्ञों की राष्ट्रीय संस्था नेशनल कॉलेज ऑफ चेस्ट फिजिशियन (एन0सी0सी0पी0) के भी राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। पूर्व में डा0 सूर्यकान्त इण्डियन साइंस कांग्रेस एसोसिएशन के मेडिकल साइंस प्रभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष और इण्डियन चेस्ट सोसाइटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वे उत्तर प्रदेश ट्यूबरकुलोसिस स्टेट टास्क फोर्स, के चेयरमैन पद पर भी कार्यरत हैं। इसके अलावा वे चिकित्सा विज्ञान सम्बंधित विषयों पर 16 किताबें भी लिख चुके हैं, इसके अलावा एलर्जी, अस्थमा के क्षेत्र में उनके अनेक शोध पत्र राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय जर्नल्‍स में प्रकाशित हो चुके हैं। वे पिछले दो दशक से अधिक समय से अपने लेखों व वार्ताओं के माध्यम से लोगो में एलर्जी, अस्थमा से बचाव व उपचार के बारे में जागरूकता फैला रहे हैं।

डा0 सूर्यकान्त को पहले भी अमेरिकन कॉलेज ऑफ चेस्ट फिजिशियन, ट्यूबरकुलोसिस एसोसिएशन ऑफ इण्डिया, इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन, इण्डियन चेस्ट सोसाइटी, नेशनल कॉलेज ऑफ चेस्ट फिजिशियन आदि संस्थाओं द्वारा राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें उ0 प्र0 सरकार द्वारा विज्ञान गौरव अवार्ड (विज्ञान के क्षेत्र में उ0प्र0 का सर्वोच्च पुरस्कार) और राज्य हिन्दी संस्थान द्वारा विश्वविद्यालय स्तरीय हिन्दी सम्मान से भी सम्मानित किया जा चुका है। डा0 सूर्यकान्त का अब तक यह 118वाँ सम्मान है।