आईएमए भवन से शहीद स्मारक तक निकाला विरोध मार्च
लखनऊ। कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज में हुई जूनियर डॉक्टरों की पिटाई के मामले में शुक्रवार को पूरे देश में विरोध दिवस मनाया जा रहा है। विभिन्न मेडिकल कॉलेज एवं चिकित्सा संस्थानों के जूनियर डॉक्टर्स के साथ ही इस मसले पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी देशव्यापी विरोध करने का ऐलान किया था, इसी क्रम में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी डॉक्टरों ने विभिन्न तरीकों से अपना आक्रोश प्रकट किया है।
आईएमए के चिकित्सकों ने देशव्यापी विरोध दिवस पर आज काला फीता बांधकर काम किया। चिकित्सकों ने कोलकाता में जूनियर डॉक्टर्स पर तीमारदारों के भीड़ द्वारा जानलेवा हमले के विरोध में आक्रोश प्रकट किया तथा सड़क पर उतर कर विरोध मार्च में भाग लिया इस मास में में बड़ी संख्या में छात्र तथा शहर के चिकित्सकों ने भाग लिया। विरोध मार्च रिवर बैंक कॉलोनी स्थित आईएमए भवन से शहीद स्मारक तक गया। यहां पर जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री को ज्ञापन भेजकर डॉक्टर पर हिंसा के खिलाफ केंद्रीय कानून बनाने की मांग के साथ ही चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार से प्रभावी कदम उठाने की मांग की गई।
इस विरोध मार्च में यूपी आईएमए के अध्यक्ष डॉ एएम खान, आईएमए लखनऊ के अध्यक्ष डॉ जीपी सिंह, सचिव जेडी रावत, आईएमए महिला विंग की यूपी अध्यक्ष डॉ रुखसाना खान, आईएमए लखनऊ के पूर्व अध्यक्ष डॉ पी के गुप्ता, प्रेसिडेंट इलेक्ट डॉ रमा श्रीवास्तव, डॉ मनोज कुमार अस्थाना, डॉ सरिता सिंह, डॉ प्रांजल अग्रवाल, डॉ वारिजा सेठ, डॉ अलीम सिद्धीकी, डॉ प्रीति कुमार सहित अनेक चिकित्सक मौजूद थे।
लोहिया इंस्टीट्यूट ने भी जताया विरोध
इसी क्रम में डॉ राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज की फैकल्टी के अध्यक्ष प्रो राजन भटनागर ने कहा है कि हम संस्थान के सभी चिकित्सक कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों पर हुए इस हमले की कड़ी निंदा करते हैं और सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारियों का इस तरह के घटनाओं के प्रति उदासीन रवैया हमें और परेशान करता है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं लगातार दिन पर दिन बढ़ती जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने जो इसके विरोध में आह्वान किया है, उसमें हमारा संस्थान उनके साथ में है। हम लोग 13-14 तारीख को काला फीता बांधकर काम कर रहे हैं।
डॉ सूर्यकांत ने चार संस्थाओं की ओर से दिया आईएमए को समर्थन
चार संस्थाओं पहली इंडियन मेडिकल एसोसिएशन एकेडमी ऑफ मेडिकल स्पेशलिटी यूपी के चेयरमैन, दूसरी इंडियन कॉलेज ऑफ एलर्जी अस्थमा एवं एप्लाइड इम्यूनोलॉजी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, तीसरी नेशनल कॉलेज ऑफ चेस्ट फिजिशियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा चौथी इंडियन चैस सोसायटी के पूर्व अध्यक्ष डॉ सूर्यकांत ने चारों संस्थाओं के प्रतिनिधि के रूप में कोलकाता के चिकित्सकों के विरुद्ध हुई हिंसा पर गहरा रोष व्यक्त किया तथा इसकी कड़ी शब्दों में निंदा की है। डॉ सूर्यकांत ने बताया कि पूरे देश के लगभग दस लाख डॉक्टर आक्रोश से भरे हुए हैं उन्होंने इस विषय में डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए किए जा रहे आईएमए के प्रयासों को पूरा समर्थन देने की घोषणा की है। इसके लिए उन्होंने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन को एक पत्र भी लिखा है।
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