Wednesday , October 11 2023

शहीद कोरोना वारियर्स के बच्‍चों के लिए एमबीबीएस-बीडीएस में पांच फीसदी सीटें आरक्षित

-केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने किया ऐलान, शहीदों के प्रति है यह सम्‍मान  

डॉ हर्षवर्धन

लखनउ/नयी दिल्‍ली। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने आज शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के लिए सेंट्रल पूल एमबीबीएस/बीडीएस सीटों पर उम्मीदवारों के चयन और नामांकन के दिशा-निर्देशों में वार्ड ऑफ कोविड वारियर्स ’नामक एक नई श्रेणी शुरू करने के सरकार के फैसले की घोषणा की। इस नयी श्रेणी के तहत सभी शहीद कोविड वारियर्स के बच्‍चों को एमबीबीएस/बीडीएस में प्रवेश में पांच फीसदी सीटों पर आरक्षण मिलेगा। यह आरक्षण नीट में आयी मेरिट के आधार पर दिया जायेगा।

डॉ हर्षवर्धन ने एक ट्वीट में कहा कि हमें सेंट्रल पूल के तहत ‘वार्ड ऑफ कोविड वारियर्स’ के उम्मीदवारों के चयन के लिए एक नई श्रेणी की घोषणा करने का गर्व है जिन कोरोना वारियर्स ने सेवा करते हुए अपने प्राण न्‍यौछावर कर दिये उनके प्रति यह सम्‍मान है, कोरोना वारियर्स के बच्‍चों को केंद्रीय कोटे के तहत “एमबीबीएस / बीडीएस सीटों के चयन में 5 फीसदी सीटों पर आरक्षण मिलेगा।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य कोरोना योद्धाओं द्वारा कोरोना वायरस रोगी के उपचार और प्रबंधन में किए गए महान योगदान को प्रतिष्ठित करना और सम्मानित करना है। “यह कर्तव्य और मानवता के लिए निस्वार्थ समर्पण के साथ सेवा करने वाले सभी कोविड योद्धाओं के बलिदान का सम्मान करेगा”।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सेंट्रल पूल एमबीबीएस सीटों को “कोविड वारियर्स” के वार्डों में से उन उम्मीदवारों के चयन और नामांकन के लिए आवंटित किया जा सकता है, जो COVID 19 के कारण जान गंवा चुके हैं, या Covid-19 संबंधित ड्यूटी के कारण आकस्मिक रूप से मर गए।

उन्‍होंने कहा कि जैसा कि आप सभी जानते हैं कि कोविड वारियर की परिभाषा में वे लोग शामिल हैं जो जिनका भारत सरकार द्वारा 50 लाख का बीमा भी कराया गया है। डॉ हर्षवर्धन ने कहा, “कोविड वारियर्स सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं सहित सभी सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा प्रदाता हैं, जो कोविड -19 रोगियों के सीधे संपर्क और देखभाल में हैं और जिन्‍हें इससे प्रभावित होने का खतरा हो सकता है। इनमें निजी अस्पताल के कर्मचारी और सेवानिवृत्त/स्वयंसेवक/स्थानीय शहरी निकाय/अनुबंधित/ दैनिक वेतन/तदर्थ/आउटसोर्स कर्मचारी, जो राज्यों/केंद्रीय अस्पतालों/ केंद्रीय/राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के स्वायत्त अस्पतालों, एम्स और राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों (आईएनआई)/अस्पतालों द्वारा अपेक्षित हैं, तथा कोविड-19 से संबंधित जिम्मेदारियों के लिए तैयार किए गए केंद्रीय मंत्रालयों में सभी शामिल हैं। ”उन्होंने कहा कि राज्य / केंद्रशासित प्रदेश सरकार इस श्रेणी के लिए पात्रता को प्रमाणित करेगी।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वर्ष 2020-21 के लिए इस श्रेणी के लिए पांच केंद्रीय पूल एमबीबीएस सीटें आरक्षित की गई हैं। उन्‍होंने कहा कि उम्मीदवारों का चयन मेडिकल काउंसिल कमेटी (एमसीसी) द्वारा राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी द्वारा आयोजित NEET-2020 में प्राप्त रैंक के आधार पर ऑनलाइन आवेदन के माध्यम से किया जाएगा।