-20 दिसम्बर को सम्पन्न परीक्षा में 33 प्रतिशत पर पास करने की लगायी गुहार
-तर्क रखा कि कोविड की कड़ी ड्यूटी के कारण नहीं मिला तैयारी का पर्याप्त समय
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। संयुक्त स्वास्थ आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारी संघ ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक से मिलकर मांग की है कि बीते अप्रैल 2020 में चयनित सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) की कोरोना काल में लगी कठिन ड्यूटी के चलते परीक्षा की तैयारी के लिए पर्याप्त समय न मिलने के कारण को देखते हुए बीती 20 दिसम्बर को सम्पन्न हुई परीक्षा के मूल्यांकन में उन्हें 33 फीसदी अंक मिलने की दशा में भी उत्तीर्ण कर दिया जाये। इस बारे में मिशन निदेशक प्रांजल यादव ने संघ के प्रतिनिधिमंडल को उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
यह जानकारी देते हुए संयुक्त स्वास्थ आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री सच्चिता नन्द मिश्र ने बताया कि प्रदेश उपाध्यक्ष सनत सिंह के नेतृत्व में प्रदेश के तमाम जनपदों से सी एच ओ अभ्यर्थी ने लखनऊ के एनएचएम निदेशालय पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी सीएचओ के पद पर चयनित अभ्यर्थियों को छह माह की ट्रेनिंग के पश्चात एक परीक्षा पास करना आवश्यक है, इसके बाद ही सीएचओ पद पर उन्हें पूर्ण चयनित माना जायेगा। इस परीक्षा का आयोजन किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय ने कराया है।
सच्चिता नंद ने बताया कि आज 28 दिसम्बर को विभिन्न जनपदों से भारी संख्या में अभ्यर्थी सुबह 10 बजे ही चारबाग रेलवे स्टेशन तथा बस अड्डे से हजरतगंज स्थित एनएचएम कार्यालय पर एकत्रित हो गए। अप्रैल 2020 में चयनित हुए सी एच ओ कोरोना महामारी के दौरान विभिन्न चिकित्सालयों में ट्रेनिंग कर रहे थे तथा दिसंबर 2020 में होने वाली परीक्षा की तैयारी भी कर रहे थे। यह परीक्षा किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय द्वारा संपन्न कराई गई सभी अभ्यर्थी कोरोना महामारी में मरीजों की सेवा में अस्पतालों में तैनात थे तथा नेटवर्क की समस्या होने के कारण ऑनलाइन क्लास में भी असुविधा हुई।
उन्होंने बताया कि सभी अभ्यर्थी पूरी ईमानदारी तथा निष्ठा पूर्वक इस महामारी में अस्पतालों में तैनात है और मरीजो की सेवा में हैं। अभ्यर्थियों का यह भी कहना है कि परीक्षा के दौरान कठिन पेपर होने के कारण सभी अभ्यर्थी मानसिक रूप से परेशान हो गए तथा सी एच ओ में चयन होने एवं लगभग 8 माह तक अस्पतालों में सेवा के बाद अब उन्हें नौकरी जाने का डर सता रहा है, इसीलिए मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के पास अपनी बात रखने के लिए लखनऊ में इकट्ठा हुए। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा एक प्रतिनिधिमंडल लेकर कार्यवाहक मिशन निदेशक प्रांजल यादव से वार्ता कराई गई। उन्होंने सभी अभ्यर्थियों को आश्वस्त किया कि नियमानुसार उचित कार्रवाई की जाएगी तथा मामले में किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय प्रशासन से बात की जाएगी।
प्रतिनिधिमंडल में संयुक्त स्वास्थ्य आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारी संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सनत सिंह इलाहाबाद, प्रिया श्रीवास्तव, राधे ठाकुर, प्रिया शर्मा, सुनीता, दिव्यांशी,सूरज मौजूद रहे। वार्ता के पश्चात सभी लोगों मिशन निदेशक का आभार व्यक्त किया तथा अपने-अपने जनपदों को वापस गए।
सच्चितानंद ने अपील की है कि प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग में तैनात सी एच ओ की समस्याओं का निराकरण किया जाए जिससे की स्वास्थ्य व्यवस्था सुदृढ़ हो सके तथा युवाओं को योग्यता के अनुरूप नौकरी मिल सके।