-उत्कृष्ट कार्य करने वाले 14 कायस्थ बंधुओं को कायस्थ रत्न से किया गया सम्मानित

सेहत टाइम्स
लखनऊ। भगवान श्री चित्रगुप्त धाम (झूलेलाल वाटिका हनुमान सेतु के सामने) के स्थापना दिवस पर भारी संख्या में कायस्थ जुटे।
कार्यक्रम के संयोजक दिलीप श्रीवास्तव ने बताया कि प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी 6 सितंबर को सायं 4:30 बजे से भगवान श्री चित्रगुप्त धाम का स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया।
समारोह में पूर्व मंत्री एवं विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि न्यायालयों में दासता की प्रतीक कानून की देवी की जगह न्याय के देव भगवान श्री चित्रगुप्त की मूर्ति लगनी चाहिए। पूर्व सांसद आर के सिन्हा ने कहा कि भगवान श्री चित्रगुप्त धाम में मैं तीसरी बार आया हूं। पाप पुण्य के देव भगवान श्री चित्रगुप्त जी सिर्फ कायस्थों के ही नही सभी के भगवान हैं।

परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि कायस्थ फाउंडेशन ट्रस्ट ने कोरोना काल मे भी समाजसेवा की। इसके कार्य अनुकरणीय हैं। वन व पर्यावरण मंत्री डॉ अरुण कुमार ने सभी को भगवान श्री चित्रगुप्त धाम के स्थापना दिवस की बधाई दी। भाजपा लखनऊ अध्यक्ष व सदस्य विधान परिषद मुकेश शर्मा ने भी कायस्थों के इतिहास के बारे में बताया। लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया ने सभी को भगवान श्री चित्रगुप्त जी के स्थापना दिवस की बधाई दी।
भगवान श्री चित्रगुप्त कथा, आरती भगवान श्रीचित्रगुप्त घाट पर लखनऊ की जीवनदायिनी मां गोमती की भव्य आरती भी हुई। प्रसाद के रूप में फल, मिष्ठान्न के अतिरिक्त कलम वितरित किया गया। समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 14 कायस्थ बंधुओं को कायस्थ रत्न से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही अन्य समाजसेवियों को कायस्थ फाउंडेशन ट्रस्ट द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से अध्यक्ष दिनेश श्रीवास्तव, महामंत्री मनोज डिंगर, संजय श्रीवास्तव, कीर्ति चौधरी आदि उपस्थित रहे।
