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गोंडा के राज्‍य चिकित्‍सा महाविद्यालय में डॉक्‍टर्स, कर्मचारियों ने ठप कीं ओपीडी सेवाएं

-भाजयुमो कार्यकर्ताओं पर लगाया धक्‍का-मुक्‍की, गाली-गलौज का आरोप

सेहत टाइम्‍स

लखनऊ। गोंडा स्थित बाबू ईश्वर शरण चिकित्सालय सम्‍बद्ध स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में सभी चिकित्सकों एवं कर्मचारियों द्वारा चिकित्‍सालय परिसर में भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं के द्वारा अस्पताल के सीएमएस सहित डॉक्टरों व कर्मचारियों के साथ किए गयी गाली-गलौज, दुर्व्यवहार, अपशब्द एवं धक्का मुक्की किए जाने के विरोध में आज 21 सितंबर 2023 से इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर समस्त ओपीडी का पूर्ण रूप से बहिष्कार शुरू कर दिया गया है। आंदोलनकारियों ने दोषी व्यक्तियों पर मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट के अंतर्गत कार्यवाही करने की मांग की है।

आंदोलनकारियों की ओर से अध्यक्ष एवं सचिव द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि महाविद्यालय के समस्त चिकित्सा अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा कल 20 सितंबर को प्रधानमंत्री के जन्म दिवस के अवसर पर आयोजित किए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों के अंतर्गत भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया था परंतु भाजयुमो कार्यकर्ताओं द्वारा रक्त कोष के चिकित्सा अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ-साथ मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को भी अपशब्द, गाली-गलौज एवं धक्का-मुक्की की गई, जिससे चिकित्सालय के समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों में भय का माहौल व्याप्त है। चिकित्सालय में जनहित के कार्यों को सुचारु पूर्वक संचालित किए जाने में चिकित्सा अधिकारी, कर्मचारी अपने आप को असमर्थ पा रहे हैं।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस कृत्‍य के विरोध स्वरूप चिकित्सालय के हम चिकित्‍सकों एवं कर्मचारियों द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि आज 21 सितंबर से इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर ओपीडी सेवाओं का पूर्ण रूप से बहिष्कार करते हुए धरने का आयोजन किया गया आंदोलनकारियों ने इस सम्‍बन्‍ध में तीन मांगें रखी है। इसके तहत पहली मांग में दोषी व्यक्तियों पर मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट के अंतर्गत कार्यवाही की जाए, दूसरा चिकित्सालय में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए जिससे भय मुक्त वातावरण में जनहित के कार्य संपादित किया जा सके, तथा तीसरी मांग है कि मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सहित चिकित्सा अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर समय-समय पर तथ्यहीन एवं निराधार आरोपों को संज्ञान लेते हुए उन्हें समाप्त किया जाए।

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