-दो माह बाद भी वार्ता न कराने पर एमपीडब्ल्यू एसोसिएशन ने डीजी को दिया अनुस्मारक

सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। उ.प्र. (कॉ.) एम.पी.डब्ल्यू. एसोसिएशन के बैनर तले स्वास्थ्य कार्यकर्ता संविदा एम.पी.डब्ल्यू. (पुरुष) अपने प्रशिक्षण की मांग को लेकर किया जा रहा सत्याग्रह आंदोलन परिवार कल्याण महानिदेशालय परिसर में 44वें कार्यालय दिवस पर भी जारी रहा। 27 जुलाई से आंदोलनरत कर्मचारियों का कहना है कि आंदोलन के दो माह बीतने के बाद भी सरकार हमारी प्रशिक्षण की उचित मांग को न मानकर न सिर्फ कर्मचारियों के साथ अन्याय कर रही है, बल्कि कोर्ट के आदेश की भी अनदेखी कर रही है।
एसासिएशन के संरक्षक विनीत मिश्रा ने कहा कि आंदोलन की शुरुआत में ही महानिदेशक के साथ राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उ. प्र. के महामंत्री अतुल मिश्रा के अलावा उ. प्र. बेसिक हेल्थ वर्कर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष धनंजय तिवारी तथा संबंधित क्षेत्राधिकारी सहित अन्य शीर्ष पुलिसकर्मी की उपस्थिति में संगठन से हुई वार्ता में महानिदेशक ने अगले दो-तीन दिन में अपर मुख्य सचिव स्तर पर वार्ता कराने का मौखिक आश्वासन दिया था, लेकिन यह दुख का विषय है कि महानिदेशक द्वारा दिए गए आश्वासन पर 2 माह बीतने के उपरांत भी कोई कार्यवाही नहीं की गई।
उन्होंने कहा कि महानिदेशक के निर्देश और सुझाव तथा कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए ही विशाल धरने को सांकेतिक किया गया। प्रत्येक जनपद के 10 संगठन सदस्य महानिदेशालय परिवार कल्याण परिसर में सत्याग्रह आंदोलन कर रहे हैं। जो अनवरत 27 जुलाई से जारी है 44 कार्य दिवस बीत जाने के उपरांत भी विभाग शासन मौन है।
विनीत मिश्रा के द्वारा बताया गया कि संगठन द्वारा आज महानिदेशक परिवार कल्याण को उनके द्वारा अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के साथ वार्ता कराने के दिए गए मौखिक आश्वासन की याद दिलाते हुए लिखित अनुस्मारक दिया गया है, और यह अपेक्षा की गई है कि अपर मुख्य सचिव से वार्ता करा कर समस्या का निराकरण कराने की कृपा करें, अन्यथा की स्थिति में संगठन द्वारा अपने सदस्यों के हितों की रक्षार्थ अन्य वैकल्पिक आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
आज के आंदोलन की अध्यक्षता जनपद फर्रुखाबाद के जिला अध्यक्ष अतुल पाल एवं जसवंत सिंह यादव के द्वारा की गई। आज के धरने में जनपद फर्रुखाबाद, मुजफ्फरनगर तथा लखनऊ के साथी उपस्थित रहे।
