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Diabetic patients with celiac disease should avoid foods made from wheat and barley

-मधुमेह से ग्रसित सीलिएक मरीजों के लिए खान पान से सम्बंधित सुझाव” पर पुस्तिका जारी

सेहत टाइम्स

लखनऊ। राष्ट्रीय पोषण माह के अवसर पर आज 11 सितंबर को संजय गांधी पीजीआई के पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग द्वारा “मधुमेह से ग्रसित बच्चों में सीलिएक रोग” से संबंधित एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। निदेशक डॉ आरके धीमन ने अन्य संकाय सदस्यों के साथ पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग द्वारा एवं पीडियाट्रिक एंडोक्राइनोलॉजी से प्रो विजयलक्ष्मी भाटिया की सलाह से “मधुमेह से ग्रसित सीलिएक मरीजों के लिए खान पान से सम्बंधित सुझाव” पर एक पुस्तिका जारी की।

निदेशक ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सीलिएक रोग के साथ मधुमेह के रोगी गेहूं और जौ से बने खाद्य पदार्थों और खाद्य उत्पादों से परहेज करके पूरी तरह स्वस्थ रहते हैं और मधुमेह के लिए आहार संबंधी सावधानियां भी बरतते हैं। इससे रोगियों का संपूर्ण शारीरिक और मानसिक विकास सुनिश्चित होता है और बच्चे का विकास इष्टतम होता है।

प्रो. विजयलक्ष्मी भाटिया ने महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए कहा कि आउटरीच कार्यक्रमों के रूप में बीमारी से सम्बंधित जागरूकता बहुत मददगार है और यह रोगियों के लिए बहुत उत्साहजनक है। विभागाध्यक्ष प्रो. उज्ज्वल पोद्दार ने कहा कि सीलिएक रोग के साथ मधुमेह का आहार प्रबंधन बहुत जटिल है और इसके लिए विशेष प्रबंधन की आवश्यकता है, इसलिए यह पुस्तक रोगियों के इस समूह के लिए बहुत उपयोगी होगी। गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष डॉ प्रवीर राय ने कहा कि प्रत्येक विभाग में रोग विशेष से सम्बंधित और पुस्तिकाओं की आवश्यकता है ताकि रोगी आहार परामर्श बेहतर हो और रोगी घर पर सभी निर्देशों को आसानी से पढ़ सकें। प्रो. अंशु श्रीवास्तव ने कहा कि प्रत्येक सीलिएक मरीज को पूरी लगन के साथ ग्लूटेन मुक्त आहार का उपयोग करना चाहिए और आहार विशेषज्ञ द्वारा बताई गई मधुमेह के लिए सभी आहार सम्बंधित सावधानियों का भी पालन करना चाहिए। प्रो. समीर मोहिंद्रा ने कहा कि यह पुस्तिका सीलिएक रोग के साथ मधुमेह के रोगियों के लिए बहुत उपयोगी साबित होगी। डॉ. एम. एस.शर्मा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि सीलिएक रोग के साथ मधुमेह के रोगियों की बेहतर देखभाल के लिए विभाग में इस पुस्तिका की आवश्यकता थी।

संस्थान के पेशेंट किचन और आहार सेवाओं के नोडल अधिकारी प्रो. एल. के. भारती ने कहा कि यह पुस्तिका इन विशेष रोगियों के समूह के लिए बहुत उपयोगी होगी। पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग की आहार विशेषज्ञ नीलू ने इस जागरूकता कार्यक्रम को सफल बनाने में बहुत योगदान दिया। इस कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक प्रो आर के धीमन, प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष पीडियाट्रिक एंडोक्राइनोलॉजी विजयलक्ष्मी भाटिया, विभागाध्यक्ष गैस्ट्रोएंटरोलॉजी प्रोफेसर प्रवीर राय, प्रोफेसर समीर मोहिंद्रा और विभागाध्यक्ष पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंटरोलॉजी प्रोफेसर उज्ज्वल पोद्दार, प्रो अंशु श्रीवास्तव, प्रो एल के भारती और डॉ मोइनक सेन शर्मा के साथ ही पीडियाट्रिक गैस्ट्रो के ओपीडी स्टाफ, वार्ड, प्रयोगशाला, एंडोस्कोपी और कार्यालय स्टाफ सहित पूरा पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग मौजूद था। संस्थान के सभी आहार विशेषज्ञ इस अवसर पर उपस्थित थे। माह सितंबर, 2024 में राष्ट्रीय पोषण माह के अवसर पर आयोजित यह संस्थान का तीसरा कार्यक्रम था। सीलिएक के साथ मधुमेह से ग्रस्त रोगी करें गेहूं और जौ से बने खाद्य पदार्थों से परहेज

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