Wednesday , October 11 2023

एनएलआर की छोटी सी जांच बतायेगी कोविड संक्रमण कितना तीव्र

-एडवांस सुविधायें न होने के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत उपयोगी है यह जांच

-डॉ पीके गुप्‍ता ने जारी किया कोविड के इलाज मे सहयोगी एक और वीडियो

डॉ पीके गुप्‍ता

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ। कोविड संक्रमण की तीव्रता जानने के लिए कराये जाने वाली पैथोलॉजी जांच के बारे में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन लखनऊ के पूर्व अध्‍यक्ष व वरिष्‍ठ पैथोलॉजिस्‍ट डॉ पीके गुप्‍ता प्रत्‍येक जांच के महत्‍व को बताते हुए वीडियो जारी कर रहे हैं, इसी शृंखला में उन्‍होंने अब कोविड संक्रमण की तीव्रता जानने के लिये कराये जाने वाली सस्ती एवं सुलभ जांच न्‍यूट्रोफि‍ल टू लिम्‍फोसाइट रेशियो (Neutrophil to lymphocyte ratio) एनएलआर के बारे में जानकारी दी है।  

डॉ गुप्‍ता ने बताया‍ कि कोविड संक्रमण गांव मे भी फैल रहा है जहां एडवांस जांच की सुविधा नहीं है, वहां स्थानीय डॉक्टर कोविड संक्रमण की संभावना होने पर स्थानीय पैथोलॉजी लैब में उपलब्ध CBC blood टेस्ट यानी HB TLC DLC तथा platelet count की सामान्य जांच से calcultation कर न्‍यूट्रोफि‍ल टू लिम्‍फोसाइट रेशियो निकाल सकते हैं। जिसके बारे में आगे बताऊंगा इस सामान्य जांच से स्थानीय डॉक्टर कोविड संक्रमण की शुरुआती पहचान तथा तीव्रता का अंदाज लगा कर इलाज शुरू कर सकते है

अब जानते है कि NLR ब्लड  टेस्ट क्या है यह जांच एक कैल्कुलटेड पैरामीटर है जिसे CBC ब्लड जाँच से निकाल सकते हैं, फिजिशियन द्वारा डिमांड करने पर पैथोलोजिस्ट इसे कैलकुलेट कर वैल्यू निकाल देते हैं इसमें absolute neutrophil count को absolute lymphocyte count से भाग दे कर ratio निकालना होता है इसे फिजिशियन भी CBC की रिपोर्ट से कैलकुलेट कर निकाल सकते हैं।

कट ऑफ वैल्‍यू

उन्‍होंने बताया कि संभावित कोविड मरीज में शुरुआती दौर मे TLC यानी Total leucocyte count बढ़ने के बजाए थोड़ा लोअर साइड में आता है लगभग 4000 cells/cmm से 6000 cells/cmm बाद में secondry infection के कारण बढ़ सकता है।

शुरुआती जाँच में absolute Lymphocyte count कम होता है जो कि DLC yani Differential leucocyte count मे low percentage के रूप में रिफ्लेक्ट होता है।

यदि NL ratio 3.5 से कम है तो यह माइल्ड इंफेक्शन की तरफ इशारा करता है और यदि यह वैल्यू 3.5 से अधिक है तो यह modrate to severe infection की तरफ इशारा करते हैं।

फिजिशियन इसी रेशियो से कोविड संक्रमण की तीव्रता की जानकारी प्राप्त कर इलाज करते हैं तथा फॉलोअप टेस्ट कर मरीज के तीमारदारों को भी बीमारी की प्रोग्रेस तथा प्रोग्नोसिस यानी ठीक होने की संभावना के बारे मे बता सकते हैं।

देखें वीडियो