-एसजीपीजीआई में गांधीजी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती समारोहपूर्वक मनायी गयी
सेहत टाइम्स
लखनऊ। संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज (एसजीपीजीआईएमएस), लखनऊ, ने आज केंद्रीय पुस्तकालय परिसर में इन दो महान नेताओं की जयंती को श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया।समारोह की शुरुआत सुबह 11:00 बजे दीप प्रज्ज्वलन और महात्मा गांधी तथा लाल बहादुर शास्त्री के चित्रों पर पुष्प अर्पण से हुई, जिसमें प्रो. आर. के. धीमन, निदेशक,श्रीप्रकाश सिंह, संयुक्त निदेशक (सामग्री प्रबंधन), कर्नल जयदीप सिंह घुमन, संयुक्त निदेशक प्रशासन, और प्रो. आर. हर्षवर्धन, चिकित्सा अधीक्षक, ने भाग लिया।
प्रो. आर. के. धीमन ने महात्मा गांधी के मूल मूल्यों, विशेष रूप से सादगी, अनुशासन, अहिंसा और आत्मनिर्भरता को याद रखने और उन पर अमल करने के महत्व पर प्रकाश डाला। इन मूल्यों को व्यक्तिगत आचरण और संस्थागत प्रथाओं, दोनों का मार्गदर्शन करना चाहिए। प्रो. आर. हर्षवर्धन ने महात्मा गांधी को केवल एक ऐतिहासिक व्यक्ति के रूप में ही नहीं, बल्कि एक ऐसे व्यक्ति के रूप में समझने की आवश्यकता पर बल दिया, जिनके जीवन और दर्शन का अध्ययन और आत्मसात किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को रोगी देखभाल और सेवा वितरण में गांधीजी के सिद्धांतों को शामिल करने के तरीके खोजने चाहिए।
इस अवसर की महत्ता को रेखांकित करते हुए, प्रो. धीमन ने साझा किया कि एसजीपीजीआईएमएस ने 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक स्वच्छ भारत मिशन पखवाड़ा मनाया, जिसके दौरान संस्थान के विभिन्न स्थानों पर सफाई अभियान आयोजित किए गए। यह गतिविधियां डॉ. प्रशांत अग्रवाल, नोडल ऑफिसर, सैनिटेशन एवं प्रोफेसर ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग, और ओमप्रकाश, वरिष्ठ सैनिटेशन अधिकारी, के कुशल नेतृत्व में सैनिटेशन इंस्पेक्टर और हाउसकीपिंग स्टाफ की सक्रिय भागीदारी से संपन्न हुईं। इन पहलों ने संस्था की गांधीवादी सिद्धांतों जैसे स्वच्छता, आत्म-अनुशासन और समाजसेवा के प्रति प्रतिबद्धता को मजबूत किया।
कार्यक्रम का समापन महात्मा गांधी और लालबहादुर शास्त्री के मूल्यों की सामूहिक पुन: पुष्टि के साथ हुआ, इस बात पर जोर देते हुए कि उनके शाश्वत आदर्श देश को समानता, आत्मनिर्भरता और सेवा की ओर मार्गदर्शन करते हैं। कार्यक्रम में शामिल सभी फैकल्टी, रेजिडेंट्स, स्टाफ और छात्र शामिल थे।


