Saturday , October 12 2024

अगर आप भी नवरात्रि में कन्याओं को खिलाते हैं ये आइटम, तो न खिलायें

-पोषण को बढ़ावा देने के लिए घर का बना प्रसाद ही खिलायें कन्या भोज में

-लखनऊ जनकल्याण महासमिति एवं यूनिसेफ की संयुक्त अपील

सेहत टाइम्स

लखनऊ। पोषण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लखनऊ जनकल्याण महासमिति एवं यूनिसेफ ने मिल कर नवरात्रि के अष्टमी एवं नवमी पूजन में पोषक प्रसाद वितरण की अपील जारी की है। यह अपील लखनऊ जनकल्याण महासमिति के माध्यम से लखनऊ के लगभग 500 से अधिक रेज़िडन्ट वेल्फेयर असोसिएशन के साथ साझा की गयी है एवं लोगों से कन्या पूजन में फास्ट फूड की जगह घर का बना पोषक प्रसाद वितरित करने की अपील की गयी है।

11 अक्टूबर को मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए, यूनिसेफ की संचार विशेषज्ञ निपुण गुप्ता ने कहा,“बेटियाँ सशक्त तब होंगी जब वे स्वस्थ, पोषित एवं शिक्षित होंगी।” उन्होंने बेटियों के लिए चलाए जा रहे सरकार के मिशन शक्ति एवं पोषण अभियान जैसे कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा, “नवरात्रि जैसे पर्व, सशक्त और सुपोषित बेटियों के लिए सामाजिक प्रतिबद्धता दिखाने का अवसर है। पोषित आहार एवं स्वस्थ जीवन प्रत्येक बच्चे का अधिकार है और इस प्रयास में रेज़िडन्ट वेल्फेयर असोसिएशन की भागीदारी सराहनीय है”। पोषक आहार न केवल बच्चों के शारीरिक विकास में सहायक है, बल्कि उनके मस्तिष्क के विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, जिन बच्चों को सही पोषण मिलता है, उनमें रोग से लड़ने की शक्ति अधिक होती है जिससे वे पढ़ाई में मन लगा सकते हैं एवं जीवन में अपनी पूर्ण योग्यता को हासिल कर सकते हैं।

लखनऊ जनकल्याण महासमिति के अध्यक्ष उमाशंकर दुबे ने कहा, “कुछ लोग कन्या भोग में बच्चों को टेट्रा पैक जूस, कोल्ड ड्रिंक, चिप्स के पैकेट आदि प्रोसेस्ड फूड वितरित करते हैं। हम सभी नागरिकों से अपील करते हैं की वे इस बार जंक फूड की जगह पारंपरिक तौर पर घर पर बनाए जाने वाले प्रसाद जैसे हलवा, पूड़ी, खीर, चना आदि वितरित करें। यदि घर पर बनाना संभव न हो तो बच्चों को फल, लस्सी, मट्ठा, मेवे के छोटे पैकेट, मूंगफली आदि पोषक प्रसाद ही वितरित करें”। उमाशंकर ने सभी पूजा पंडालों में भी पोषक भोग वितरण को बढ़ावा देने की अपील की।

गत वर्ष भी यूनिसेफ एवं लखनऊ के नौ रेज़िडन्ट वेल्फेयर असोसिएशन ने मिल कर नवरात्रि में पोषक प्रसाद वितरण की अपील जारी की थी जिसे लोगों ने अपने घरों में सोसाइटी में अपनाया था एवं अपनी तस्वीरें साझा की थीं। यह अपील ज़िंदगी मास्टरक्लास नामक पहल के अंतर्गत किया गया था जिसमें पोषण को बढ़ावा देने के लिए की गतिविधियां शामिल थीं।

यूनिसेफ के पोषण विशेषज्ञ रबी पाढ़ी ने कहा, “उत्तम स्वास्थ्य के लिए ताज़ा तथा विभिन्न प्रकार के पदार्थों से बना भोजन आहार में शामिल करना श्रेष्ठ है। तरह-तरह के खाद्य पदार्थों से हमे एक संतुलित मात्रा में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, खनिज पदार्थ तथा विटामिन्स मिलते है। खाने मैं तेल/वसा, नमक, चीनी की मात्रा कम रखनी चाहिए। बाजार मैं मिलने वाले प्रोसेस्ड फूड में चीनी, नमक, रंग, नकली फ्लेवर एवं वसा की मात्रा उसे हानिकारक बनाती है। हमे इनसे दूर रहना चाहिए क्योंकि यह हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है”।

उन्होंने कहा, “हमेशा ध्यान रहे कि अपने भोजन में दाल-चावल के अलावा मौसमी फल, हरी सब्जी एवं नट्स जैसे मूंगफली आदि को जरूर शामिल करें। यह बच्चों की बढ़ती उम्र में आवश्यक है। खाने में अधिक से अधिक मिल्लेट्स का उपयोग करें।“

यूनिसेफ का मानना है कि पोषक प्रसाद अपील लोगों में पोषण के प्रति जागरूकता लाने में सहायक होगी। रेज़िडन्ट वेल्फेयर असोसिएशन के माध्यम से इस विचार को अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचने का प्रयास किया जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Time limit is exhausted. Please reload the CAPTCHA.