लखनऊ। पिछले दिनों बहराइच के जंगलों में मिली मोगली गर्ल ‘एहसास’ को डायरिया की शिकायत के बाद यहां गोमती नगर में लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों का कहना है कि एहसास जांच में हीमोग्लोबिन भी कम पाया गया।
ज्ञात हो कि गत 25 जनवरी को बहराइच कतर्नियाघाट के जंगल के मोतीपुर रेंज से पुलिस को 8 साल की एक बच्ची मिली थी। वह बंदरों के बंदरों के झुंड में मिली थी। वह सामान्य बच्चों की तरह बोल भी नहीं पा रही थी। उसका व्यवहार भी बंदरों की तरह था। बच्ची को बहराइच की चाइल्ड लाइन संस्था के को सौंपा गया था। बच्ची के शरीर पर चोट आदि होने के कारण कारण उसका इलाज बहराइच के जिला अस्पताल में चल रहा था।
चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार बच्ची को मानसिक विशेषज्ञों की देखरेख में रखने की जरूरत है ताकि वह सामाजिक विकास की ओर बढ़ सके। इसी क्रम में उसे यहां लखनऊ में निर्वाण संस्था के पास लाया गया था जहां उसे एहसास नाम दिया गया। निर्वाण संस्था मानसिक पुनर्वास के क्षेत्र में कार्य कर रही है। निर्वाण संस्था में ही उसे एक नया नाम एहसास दिया गया था। बीते लगभग एक सप्ताह से एहसास निर्वाण होम में रह रही थी। जांचों के दौरान ही उसमें खून की काफी कमी पाई गई थी और उसका हीमोग्लोबीन 5.8 था। एक दिन पहले यानी रविवार को एहसास को डायरिया की शिकायत होने के बाद लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत में सुधार बताया जा रहा है। जहां डॉक्टर उसकी हालत में सुधार होने की बात कह रहे हैं।

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