Tuesday , April 23 2024

जन-जन को निरोग बनाने के लिए आयुष्‍मान भारत योजना की शुरुआत

मोदी ने रांची में तो योगी ने गोरखपुर में बांटे योजना के गोल्‍डेन ई-कार्ड

 

गोरखपुर-लखनऊ। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बी.आर.डी. मेडिकल कालेज में आयोजित आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का शुभारम्भ किया तथा इस अवसर पर उन्होंने 5 लाभार्थी पुनीता, रोहन, राममिलन भारती, कैलाश और उषा देवी को गोल्डेन ई-कार्ड का वितरण किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री द्वारा रांची में विधिवत शुभारम्भ कार्यक्रम का सजीव प्रसारण भी उपस्थित जनों ने देखा। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने आयुष्मान भारत का थीमसांग का विमोचन किया।

 

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज़ाद भारत के इतिहास में पहली बार प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत करोड़ों भारतवासियों की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित होगी और इन्हें गम्भीर बीमारियों के इलाज के लिए  मुफ्त चिकित्सा लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस योजना के अन्तर्गत देश के लगभग 10 करोड़ गरीब परिवारों को रुपये 5 लाख प्रतिवर्ष प्रति परिवार को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ दिया जायेगा। इस योजना से देश के लगभग 50 करोड़ लोग लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि उप्र में इस योजना के तहत 1.18 करोड़ परिवारों को सामाजिक आर्थिक जनगणना के आधार पर शामिल किया गया है जिससे लगभग 6 करोड़ लोगों को योजना का लाभ मिलेगा तथा जनपद में लगभग 3 लाख परिवार प्रथम चरण में लाभान्वित होगे। इसके अतिरिक्त छूटे हुए लोगों को भी इस योजना से आच्छादित किया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोक कल्याण की यह बड़ी योजना है और इसके तहत बिना भेदभाव पात्रों को आच्छादित किया जायेगा। मरीज को किसी भी सूचीबद्ध चिकित्सालयों (निजी एवं सरकारी) में निशुल्क चिकित्सा सुविधा प्रदान की जायेगी। समस्त पुरानी एंव नई गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर, हृदय रोग आदि बीमारियों का इलाज सम्भव होगा। इस योजना की मॉनीटरिंग राज्य सरकार स्वयं करेगी।

 

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इंसेफ्लाइटिस बीमारी को नियंत्रित करने के लिए वैक्सीनेशन अभियान को पल्स पोलियो की तर्ज पर वृहद रूप से कराया गया और उसका अच्छा प्रभाव भी पड़ा तथा इस बीमारी पर नियंत्रण पाया गया। उन्होंने कहा कि यदि स्वच्छता, शुद्ध पेयजल एंव वैक्सीनेशन के प्रति लोगों में जागरूकता लाई जाये तो इंसेफलाइटिस ही नही बल्कि समस्त विषाणुजनित बीमारियों को समाप्त किया जा सकता है लेकिन आवश्यकता जन सहभागिता एवं जन जागरूकता की है और इस अभियान की सफलता में सभी को आगे आना होगा।

 

 

मुख्यमंत्री ने बताया कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज में रीजनल रिसर्च सेन्टर की व्यवस्था की जा रही है, एम्स का निर्माण किया जा रहा है तथा अगले महीने 8 नये सुपर स्पेशिलिटी ब्लॉक का शुभारम्भ होगा और उन्होंने यह भी कहा कि एम्स के तैयार होने से पहले बीआरडी मेडिकल कॉलेज मिनी एम्स के रूप में कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 108 बेड का रैन बसेरा भी बनाया गया है। यहां की सड़कों को ठीक कराया गया है ताकि मरीज, उनके अटेण्डेन्ट को आने जाने में कोई असुविधा न हो सके। यहां पर 500 बेड का बाल चिकित्सा संस्थान भी बनाया जा रहा है, सीआरसी की स्थापना का कार्य भी तेजी से प्रारम्भ हो गया है।

 

 

उन्होंने कहा कि हर अस्पताल में यह सूची लगाई जाये कि यहां किस किस बीमारी के उपचार होंगे और सरकार द्वारा बीमारी के इलाज के लिए पैकेज का भी अंकन हो। अब बीमारी के इलाज हेतु गरीब को अपना खेत नहीं बेचना पड़ेगा, जेवर गिरवी नहीं रखना पड़ेगा और इलाज के लिए पैसे के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब सभी लोग स्वस्थ एवं खुशहाल होंगे तभी सशक्त राष्ट्र विकसित होगा।

 

इस अवसर पर चिकित्सा एंव स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि इस योजना के तहत प्रदेश में 700 से उपर अस्पताल सूचीबद्ध हैं तथा आगे लगभग 2000 अस्पतालों को जोड़ा जायेगा इस प्रकार 2500 अस्पतालों को इसके तहत सम्मिलित किया जाना है। इन सूचीबद्ध अस्पतालों में जो पात्र मरीज जायेगा बिना इलाज के वापस नहीं होगा। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे कस्बे में भी आधुनिक अस्पताल खोला जाना प्रस्तावित है। इसके अतिरिक्त 100 जन औषधि केन्द्र सस्ती दवाओं के लिए खोले गये हैं। गरीब जब स्वस्थ होगा तो प्रदेश स्वस्थ होगा। स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में इस योजना को संचालित किया गया है।

 

इस अवसर पर प्रदेश के सिंचाई एंव सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह, सांसद बासगांव कमलेश पासवान, विधायक डा0 राधामोहन दास अग्रवाल, फतेह बहादुर सिंह, शीतल पाण्डेय, संत प्रसाद, महेन्द्रपाल सिंह, विपिन सिंह, संगीता यादव महापौर सीता राम जायसवाल, जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी, प्रदेश उपाध्यक्ष उपेन्द्र दत्त शुक्ल सहित अन्य जन प्रतिनिधि गण के अतिरिक्त मण्डलायुक्त अमित गुप्ता, ए.डी.जी. दावा शेरपा, आई.जी. नीलाब्जा चौधरी, जिलाधिकारी के विजयेन्द्र पाण्डियन, मुख्य विकास अधिकारी अनुज सिंह सहित विभिन्न अधिकारीगण उपस्थित रहे।