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आपके किचेन में ही मौजूद हैं रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने वाली चीजें

-नियमित रूप से करते रहें सेवन तो कोई भी बीमारी का कर सकते हैं आराम से सामना
रमा त्रिपाठी, सीनियर डायटीशियन, संजय गांधी पीजीआई

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो 

लखनऊ। आजकल कोरोना का कहर सारी दुनिया पर टूटा हुआ है, भारत भी इससे अछूता नहीं है और हम लोग इस समय 21 दिन के लॉकडाउन में चल रहे हैं। जैसा कि सभी जानते हैं कि अगर हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता अगर मजबूत है तो हम किसी भी बीमारी का सामना आसानी से कर लेते हैं, ऐसे में अगर नियमित जिंदगी में भी हम अपने आहार-व्यवहार में कुछ छोटे-छोटे बदलाव कर लें तो हम कई तरह की संक्रामक बीमारियों से खुद को बचा सकते हैं फिर चाहे वह कोरोना हो या कोई अन्य बीमारी। चिकित्‍सक भी कहते हैं कि इलाज के साथ इससे बचाव के भी उपाय करने चाहिये।

यह कहना है संजय गांधी पीजीआई की वरिष्ठ आहार रोग विशेषज्ञ रमा त्रिपाठी का। वह कहती हैं कि हमारी रसोई में रोजाना प्रयोग किए जाने वाले मसालों पर अगर नजर डालें तो इनमें अजवाइन, जीरा, दालचीनी, मेथी, हींग, लौंग, राई, सौंफ, पंचफोरन, बड़ी इलायची सहित अदरक व लहसुन आम दिनों में प्रयोग किए जाने वाले यह सभी मसाले उत्तम रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले माने जाते हैं। इन सब का प्रयोग हमारे रोज सिखाने में पारंपरिक रूप से हमेशा से चला आ रहा है।

रमा त्रिपाठी कहती हैं कि यदि घरेलू औषधियों के रूप में भी इनका प्रयोग किया जाए तो यह और भी कारगर सिद्ध होते हैं, वह भी बिना किसी साइड इफेक्ट। उन्होंने बताया कि दालचीनी लौंग व अदरक का सेवन हमें मौसम के बदलाव के दौरान होने वाले वायरल संक्रमण से बचाए रखता है। इसी प्रकार पंचफोरन का प्रयोग हमें गैस, एसिडिटी संबंधी विकारों से बचाता है, मैथी को कैंसर रोधी माना जाता है।

उन्होंने कहा कि रोजमर्रा में प्रयोग की जाने वाली सब्जियां पौष्टिक विकल्प के रूप में प्राकृतिक तरीके से हमारी इम्‍युनिटी को मजबूत करने में कारगर साबित हुआ है, इनमें संतरा, नींबू, चुकंदर, अंजीर, बादाम के अलावा मौसमी फल, कीवी, अमरूद, पपीता का नियमित सेवन बीमारियों को पास नहीं फटकने देता है।