Wednesday , October 11 2023

कोविड रणनीति पर डब्‍ल्‍यूएचओ ने की सराहना तो योगी ने दी जनता को बधाई

-कई देशों व राज्‍यों में दूसरी लहर को देखते हुए अभी सतर्कता की जरूरत

योगी आदित्यनाथ

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में यू0पी0 मॉडल की विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा सराहना किए जाने पर उत्तर प्रदेश की जनता को बधाई दी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से निपटने के लिए प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य सरकार द्वारा की जा रही कार्यवाही की स्वास्थ्य के क्षेत्र में विश्व की सर्वोच्च संस्था द्वारा प्रशंसा किया जाना यह सिद्ध करता है कि प्रदेश सरकार ने सही रणनीति लागू की।

मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विभिन्न देशों तथा भारत के कई राज्यों में कोविड-19 की सेकेण्ड वेव देखने को मिल रही है। इसके दृष्टिगत प्रत्येक स्तर पर पूरी सतर्कता बनाए रखते हुए आई0सी0यू0 बेड्स की उपलब्धता की समीक्षा की जाए।

मुख्यमंत्री ने कोविड-19 से बचाव व उपचार की व्यवस्था को सुदृढ़ रखने के निर्देश देते हुए कहा कि कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग तथा सर्विलांस सिस्टम की व्यवस्था को पूर्व की भांति सक्रिय रखा जाए। उन्होंने अन्य राज्यों से आने वाले लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक कोविड-19 की कोई कारगर दवा अथवा वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो जाती तब तक सतर्कता ही बचाव है। इसके दृष्टिगत उन्होंने लोगों से छठ पर्व का अनुष्ठान घर में ही रहकर सम्पन्न करने की अपील की। उन्होंने कहा कि इसके लिए लोग अपने घर में टब अथवा अन्य किसी बड़े बर्तन में पानी भरकर अनुष्ठान सम्पन्न कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि टीम-11 द्वारा पूरे समन्वय के साथ बेहतर परिणाम दिए गए हैं। कार्य की गति को आगे भी इसी प्रकार जारी रखा जाए। उन्होंने इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर को पूरी सक्रियता से संचालित करने के निर्देश देते हुए कहा कि कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम में इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर की भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण है। उन्होंने कोविड-19 की मेडिकल टेस्टिंग रैण्डम आधार पर किए जाने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि धान क्रय केन्द्रों पर ऐसी व्यवस्था लागू की जाए, जिससे किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए इंतजार न करना पड़े। इस सम्बन्ध में किसानों के लिए पर्ची जारी किए जाने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने 72 घण्टे के अन्दर किसानों की उपज का भुगतान सुनिश्चित किए जाने के निर्देश भी दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि पिछले दिनों अतिवृष्टि से जिन जनपदों में किसानों की फसल को क्षति हुई है, वहां नुकसान का आकलन करते हुए प्रभावित किसानों को तत्काल मुआवजा देने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने ‘उ0प्र0 कामगार और श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) आयोग’ के निर्देशों के क्रियान्वन की जनपद स्तर पर समीक्षा किए जाने के निर्देश भी दिए।

इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश सी0 अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव पशुपालन भुवनेश कुमार, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य आलोक कुमार, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।