-विश्व होम्योपैथिक दिवस पर नयी दिल्ली में हुआ विमोचन, सर्बानंद सोनोवाल ने दिया होम्योपैथी को बढ़ावा देने में सहयोग का आश्वासन
सेहत टाइम्स
लखनऊ। विश्व होम्योपैथिक दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने गौरांग क्लिनिक एण्ड सेंटर फॉर होम्योपैथी रिसर्च के संस्थापक डॉ गिरीश गुप्ता की तीसरी पुस्तक “एक्सपेरिमेंटल होम्योपैथी” का विमोचन किया। पुस्तक का विमोचन 9 अप्रैल को आईसीएआर पूसा में एनएससी कॉम्प्लेक्स के भारत रत्न सी सुब्रमण्यम ऑडिटोरियम में आयोजित समारोह में किया गया। समारोह की थीम होम्योपैथी पीपुल्स चॉइस फॉर वैलनेस थी।
पुस्तक विमोचन के अवसर पर राज्यमंत्री आयुष मंत्रालय डॉ मंजू पारा महेंद्र भाई, लोकसभा सांसद डॉ मनोज रजौरिया, आयुष मंत्रालय के सचिव डॉ राजेश कोटेचा, आयुष मंत्रालय के उप सचिव डी सेंथिल पांडियन, विशेष सचिव आयुष शिक्षा नीति प्रमोद कुमार पाठक, आयुष मंत्रालय की होम्योपैथी सलाहकार डॉ संगीता ए दुग्गल, राष्ट्रीय होम्योपैथी आयोग के अध्यक्ष डॉ अनिल खुराना, सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन होम्योपैथी के महानिदेशक डॉ सुभाष कौशिक तथा नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ होम्योपैथी के निदेशक डॉ सुभाष सिंह उपस्थित रहे।
पुस्तक का विमोचन करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि होम्योपैथी को बढ़ावा देने के लिए इस तरह की पुस्तकें निश्चित ही इस चिकित्सा पद्धति को मजबूत करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी। उन्होंने होम्योपैथी को आगे ले जाने का आह्वान करते हुए कहा कि सरकार इसके विकास में अपना पूरा सहयोग देगी।
इस मौके पर डॉ गिरीश गुप्ता ने बताया कि इस पुस्तक में उन्होंने अपने पूर्व में प्रकाशित 16 शोध पत्रों का संकलन किया है। ये शोध पत्र रोगजनक वायरस तथा फंगस (Black and White Fungus etc.) पर होम्योपैथिक औषधियों के प्रभाव तथा होम्योपैथिक औषधियों पर विभिन्न प्रतिबंधित खाद्य पदार्थों जैसे प्याज, लहसुन, कॉफी आदि के प्रभाव को दर्शाते हैं।
ज्ञात हो डॉ गिरीश गुप्ता इससे पूर्व शोध के बाद किये गये जटिल स्त्री रोगों व चर्म रोगों के इलाज पर दो पुस्तकें लिख चुके हैं। साक्ष्य आधारित इन शोधों का राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय जर्नल्स में प्रकाशन हो चुका है।