उत्तर प्रदेश के 50 जनपदों के चिकित्सकों को किया जा रहा प्रशिक्षित : वी.हेकाली झिमोगी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में डेंगू, चिकनगुनिया, जापानी इन्सेफलाइटिस एवं स्क्रब टाइफस के रोगियों के सुचारु उपचार के लिए एक साप्ताहिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रदेश के 50 जनपदों के जिला अस्पतालों के चिकित्सकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षण के उपरान्त ये चिकित्सक अपने-अपने जनपदों में इन बीमारियों से ग्रसित रोगियों का बेहतर ढंग से इलाज कर सकेंगे।
उत्तर प्रदेश में पहली बार ऐसा प्रशिक्षण दिया जा रहा
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की सचिव वी हेकाली झिमोमी ने यह जानकारी 14 जून को यहां दी। उन्होंने बताया कि यह महत्वपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम 19 जून तक चलेगा। प्रदेश में इस प्रकार का प्रशिक्षण कार्यक्रम पहली बार आयोजित किया जा रहा है। निश्चित ही इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से प्रशिक्षित चिकित्सक डेंगू, चिकनगुनिया, जापानी इन्सेफलाइटिस एवं स्क्रब टाइफस आदि का अच्छी तरह से उपचार सुनिश्चित कर सकेंगें। उन्होंने बताया कि सरकार ऐसे रोगों के नियंत्रण के लिए पूरी तरह संवेदनशील है और उपचार हेतु रोगियों को सभी सुविधाएं सुलभ कराने के लिए कृत संकल्पित है।
सचिव ने बताया कि प्रशिक्षण का आयोजन उप्र सरकार, भारत सरकार एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन के संयुक्त प्रयास से आयोजित किया गया है। उन्होंने यह भी अवगत कराया कि इस राज्य स्तरीय प्रशिक्षण के उपरान्त जनपद स्तर पर भी इस प्रकार के प्रशिक्षणों का आयोजन जल्द ही किए जाएंगे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में भारत सरकार से आये निदेशक डॉ पीके सेन और डॉ कल्पना ने इन संक्रामक रोगे के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने डेंगू की रोकथाम के संबंध में अच्छी पहल की है, जिसकी उन्होंने सराहना की है। प्रशिक्षण में प्रशिक्षक के रूप में आयुर्विज्ञान संस्थान नई दिल्ली के डॉ आशुतोष विश्वास, सफदरजंग चिकित्सालय के डॉ समीर गुलाटी, एसजीपीजीआई से डॉ प्रीति एलहेंस, प्रो डॉ आरके गर्ग सहित बड़ी संख्या में एसोसिएट प्रोफेसरों ने प्रतिभागियों को प्रशिक्षण प्रदान किया।