Wednesday , October 11 2023

क्रेनियो वर्टिब्रल सर्जरी करने में भारत का लोहा माना ब्रिटेन से आये सर्जन ने

-साथियों सहित लोहिया संस्‍थान आकर क्रेनियोवर्टिब्रल सर्जरी सीखने की इच्‍छा जतायी

सेहत टाइम्‍स

लखनऊ। डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के न्यूरोसर्जरी विभाग में ग्रेट ब्रिटेन के लीड्स टीचिंग हॉस्पिटल से डॉ0 ट्रिस्टन मैकमिलन आये। डॉ0 मैकमिलन लीड्स हॉस्पिटल में कॉम्प्लेक्स स्पाइन सर्जरी के कंसल्टेन्ट हैं। डॉ0 मैकमिलन यहाँ पर कॉम्प्लेक्स स्पाइन सर्जरी तथा क्रेनियोवर्टिब्रल सर्जरी में ऑब्जर्वरशिप के लिए आये थे। उन्होंने यहां कॉम्प्लेक्स स्पाइनल डिफॉर्मिटी सर्जरी और कई अत्यन्त जटिल क्रेनियोवर्टिब्रल ऑपरेशन देखे। क्रेनियोवर्टिब्रल सर्जरी के केस, यूनाइटेड किगंडम में बहुतायत नहीं होते है। इस प्रकार की सर्जरी की जटिलता का अनुमान इसी से लगाया जा सकता हैं कि वर्ल्ड लिटरेचर में इस सर्जरी के उल्लेख कम ही हैं।

संस्‍थान के मीडिया प्रकोष्‍ठ द्वारा जारी विज्ञप्ति में यह जानकारी देते हुए आगे कहा गया है‍ कि भारत में भी यह सर्जरी कुछ चुनिन्दा सेन्टर पर ही होती हैं। इस सर्जरी में खतरे बहुत अधिक होते हैं, परन्तु डॉ0 मैकमिलन ने बताया कि यहाँ पर यह सर्जरी अत्यधिक सेफ्टी तथा इफीकेसी के साथ की जाती है। यहां की सर्जरी देखकर डॉ0 मैकमिलन को बहुत कुछ सीखने को मिला है और वो आगे भी यहाँ आना चाहते हैं। उन्होंने यहाँ की सर्जरी की गुणवत्ता की चर्चा अपने यूनिवर्सिटी के साथियों से भी की तथा उनके साथी भी यहां आने के इच्छुक हैं। संस्थान की निदेशक, प्रोफेसर सोनिया नित्यानन्द ने बताया कि बाहर के देश से फैकल्टी का सर्जरी सीखने के लिए संस्थान में आना एक गर्व का विषय हैं तथा भविष्य में चुनिन्दा प्रख्यात विदेशी संस्थानों के साथ एक एमओयू समझौता करने पर भी विचार किया जा रहा है ताकि मरीजों की चिकित्सा तथा रिसर्च के लिए एक वैश्विक मंच तैयार किया जा सके।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Time limit is exhausted. Please reload the CAPTCHA.