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शिक्षक 450, साल भर में शोध पत्र 595, व़ाह केजीएमयू

ब्रेन ट्यूबरकुलोसिस के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ शोध करने वाले चिकित्‍सक समेत 26 को मुख्‍य सचिव ने किया सम्‍मानित

 

लखनऊ। आधुनिक युग में भागदौड़ भरी जीवन शैली में होने वाली नई-नई विभिन्न बीमारियां और उनके गुणवत्ता युक्त उपचार की जरूरत ने चिकित्सा विज्ञान के लिए चिंता खड़ी कर दी है। इस चुनौती को केजीएमयू के रिसर्च सेल ने स्वीकार करते हुए ने केवल शोधों की संख्‍या बढ़ा दी है बल्कि यहां के चिकित्सकों के उत्कृष्ट शोधों ने चिकित्सा की दुनिया में नई दिशाएं प्रशस्त कर दी हैं। बीते वर्ष में ब्रेन ट्यूबरकुलोसिस के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ शोध करने वाले न्यूरोलॉजी विभाग के डॉ.इमरान रिजवी समेत 26 चिकित्सकों को उत्कृष्ट शोध करने के लिए मुख्‍य सचिव उप्र सरकार अनूप चन्द्र पाण्डेय द्वारा एक्सीलेंस इन रिसर्च अवार्ड से सम्मानित किया गया। डॉ इमरान रिजवी के अलावा  प्रो अमिता जैन, प्रो अभिजीत चंद्रा, डॉ ऋषिपाल, डॉ शिवानी पाण्डेय, डॉ सीमा नायक, डॉ हरदीप सिंह मल्होत्रा, प्रो श्रद्धा सिंह, प्रो वाणी गुप्ता, डॉ विशाल गुप्ता, डॉ अक्षय आनंद, डॉ नीतू सिंह, डॉ सत्येन्द्र कुमार सिंह, डॉ सारिका गुप्ता, डॉ मो कलीम अहमद, प्रो आरएन श्रीवास्तव, प्रो राजेश वर्मा, डॉ नीरज कुमार, प्रो रश्मि कुमार, डॉ रवि उनियाल, डॉ प्रवीण के सिंह, प्रो अजय सिंह, डॉ श्वेता पाण्डेय एवं प्रो ऋषि सेठी को अवार्ड से सम्मानित किया।

केजीएमयू के ब्राउन हाल में आयोजित सम्मान समारोह में मुख्‍य अतिथि श्री पाण्डेय ने शोधार्थी चिकित्सक समेत शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि उम्मीद करता हूं कि केजीएमयू के चिकित्सक, छात्र-छात्राएं और रिसर्च स्कॉलर अपनी योग्यता और लगन से गुणात्मक शोध कार्यों से चिकित्सा के क्षेत्र में दुनिया भर में अग्रणी भूमिका निभायेंगे। कुलपति प्रो.एमएलबी भट्ट ने रिसर्च सेल प्रभारी प्रो.आर के गर्ग की सराहना करते हुए कहा कि बीते एक वर्ष में 595 शोध पत्र जनरल समेत विभिन्न मेडिकल गाइडों में प्रकाशित हुये हैं, जबकि संस्थान में मात्र 450 शिक्षक हैं। जबकि विश्व में प्रति शिक्षक एक शोध पत्र प्रकाशन को आदर्श मानक माना जाता है। यहां पर शोध पत्रों की संख्‍या से प्रति शिक्षक 1.5 शोध पत्र किया जाने का लक्ष्य किया जाना हो गया है। उन्होंने बताया कि शोध के लिए केन्द्र सरकार द्वारा 26 करोड़ का वित्तीय सहयोग मिला है जबकि 200 से अधिक रिसर्च प्रोजेक्ट प्रक्रिया में हैं।

 

एरा मेडिकल चिविवि के कुलपति प्रो.अब्बास अली मेंहदी ने केजीएमयू के होने वाले शोध कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि वास्तव में चिकित्सा क्षेत्र में केजीएमयू की अपनी अलग साख है, जिसमें यहां के शोध की महत्वपूर्ण भूमिका है। रिसर्च सेल प्रभारी प्रो.आर के गर्ग ने  विभागों के शोधों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि अगर्ल वर्ष पांच इम्पेक्ट फैक्टर से बेहतर शोध पत्रों को 10 हजार रूपये पुरस्कार राशि देकर सम्‍मानित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में सेल में शोधों की संख्या और बढ़ेगी और कुछ शोध पूर्ण होने पर हैं, जो प्रकाशित होने के बाद केजीएमयू की साख दुनिया में और बढेग़ी।  इस अवसर पर डीन नर्सिंग प्रो.मधुमति गोयल, प्रो.विनीता दास, प्रो.एस एन संखवार समेत अधिकांश शिक्षक व शोधार्थी मौजूद थे।