विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर मेंटल हेल्थ के स्टेट नोडल ऑफिसर की सलाह
लखनऊ. हमारे भारत देश में 150 मिलियन लोग किसी न किसी मानसिक बीमारी से ग्रस्त हैं, इनमें से 1.9 प्रतिशत लोग गम्भीर मानसिक रोगों से पीड़ित है। लेकिन यह भी सच्चाई है कि यदि मानसिक रोगी का इलाज प्रॉपर तरीके से कराया जाये तो वह आम व्यक्ति की तरह स्वस्थ रह सकता है.
मेंटल हेल्थ के स्टेट नोडल ऑफिसर व मानसिक रोग विशेषग्य डॉ. सुनील पाण्डेय ने बताया कि कुछ आदतों को हमें अपनी दिनचर्या में शामिल कर लेना चाहिए. इनके चलते हमारा मानसिक स्वास्थ्य दुरुस्त रहने में मदद मिलेगी. उन्होंने बताया कि रोज करीब 20 मिनट तक ध्यान लगाना चाहिए. इसके साथ ही श्वास का कोई व्यायाम किसी विशेषग्य से सीखकर रोजाना करना चाहिए.
डॉ. सुनील पाण्डेय बताते हैं कि सही मात्रा में नींद लेना सभी के लिए बहुत आवश्यक है. जो वयस्क के लिए लगभग 6 से 8 घंटे है. इसी प्रकार हर व्यक्ति को रोज आधा घंटा तेज चलना, जॉगिंग या व्यायाम करना चाहिए. डॉ. सुनील पाण्डेय बताते हैं कि इसके अलावा एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि यह सीखना होगा कि हम अपने वर्तमान समय में किस प्रकार खुश रह सकते हैं.
नेशनल हेल्थ सर्वे 2015-16 के अनुसार देश में मानसिक बीमारियों के प्रसार की दर 10 प्रतिशत है. 10 अक्टूबर को पूरे विश्व में मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। इस दिन मानसिक रोगों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए पूरे विश्व में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किये जाते है। समस्त चिकित्सकीय रोगों में मानसिक बीमारियों के होने की दर सर्वाधिक है.
वर्तमान समय में हमारे देश में मानसिक बीमारियों के प्रसार की दर 10 प्रतिशत होने के साथ लगभग 150 मिलियन भारतीय किसी न किसी मानसिक बीमारियों से ग्रस्त है, इनमें से 1.9 प्रतिशत गम्भीर मानसिक रोगों से पीड़ित है। नेशनल हेल्थ सर्वे 2015-16 के अनुसार हमारे उत्तर प्रदेश में 6.1 प्रतिशत लोग मानसिक बीमारियों से ग्रस्त है। इनमें गम्भीर मानसिक बीमारियों, सामन्य मानसिक समस्याएं एवं कई तरह की व्यवहारिक समस्याएं शामिल हैं। मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त इतनी बड़ी जनसंख्या के लिए उपलब्ध सेवायें अपर्याप्त है।
