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एसजीपीजीआई के साथ छह मेडिकल कॉलेजों को टेली आईसीयू नेटवर्क से जोड़ने के लिए करार

-निदेशक एसजीपीजीआई और पावर-ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक ने किये एमओयू पर हस्‍ताक्षर

-इस महत्वाकांक्षी पायलट परियोजना के लिए सीएसआर फंड के तहत 11.71 करोड़ रुपये दे रहा है पावर ग्रिड कॉरपोरेशन

सेहत टाइम्‍स  

लखनऊ। 100 बेड के टेली-आईसीयू-नेटवर्क की स्थापना के लिए एसजीपीजीआई और पावर-ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता हब एंड स्पोक मॉडल पर आधारित है, जिसमें एसजीपीजीआई हब है और उत्तर प्रदेश के छह पुराने राजकीय मेडिकल कॉलेज (गोरखपुर, प्रयागराज, कानपुर, आगरा, मेरठ और झांसी) स्पोक्स होंगे। इस टेली-आईसीयू नेटवर्क में, छह राजकीय मेडिकल कॉलेजों के 70 आईसीयू बेड और एसजीपीजीआई में 30 आईसीयू बेड को अत्याधुनिक दूरसंचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से एसजीपीजीआई में एक टेलीमेडिसिन-हब से जोड़ा जाएगा।

संजय गांधी पीजीआई द्वारा यह जानकारी देते हुए बताया गया है कि निदेशक-एसजीपीजीआई, डॉ आरके धीमन और कार्यकारी निदेशक पावर ग्रिड,  आर नागपाल ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए और इसका आदान-प्रदान किया। पावर ग्रिड ने अपने सीएसआर फंड के तहत इस प्रतिष्ठित और महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए 11.71 करोड़ रुपये प्रदान करने पर सहमति व्यक्त की, जो उत्तर प्रदेश में इस तरह की आउटरीच के साथ अपनी तरह की पहली परियोजना है। विज्ञप्ति में बताया गया है कि यह पायलट प्रोजेक्‍ट राज्य के मेडिकल कॉलेजों में आईसीयू देखभाल की गुणवत्ता में सुधार करने और इसे एसजीपीजीआई के बराबर लाने में मदद करेगा। यह आईसीयू की जरूरत वाले गंभीर बीमार रोगियों के घरों के करीब बेहतर देखभाल देने में सहायक सिद्ध होगा। यही नहीं इस टेली-आईसीयू-नेटवर्क से आईसीयू रोगियों को एसजीपीजीआई तक लाने में असुविधा भी समाप्‍त होगी, जिससे गंभीर हालत वाले रोगियों के परिवारों और रिश्तेदारों को बड़ी राहत मिलेगी।

विज्ञप्ति में बताया गया है कि यह पायलट टेली-आईसीयू परियोजना मैसर्स क्लाउड फिजिशियन हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड, बैंगलोर द्वारा कार्यान्वित की जाएगी उन्‍हें लोकल सपोर्ट उनके प्रमुख भागीदार मेसर्स सीएसपीएल कंप्यूटर प्राइवेट लिमिटेड, लखनऊ द्वारा प्रदान किया जाएगा।

ज्ञात हो एसजीपीजीआई गंभीर रूप से बीमार मरीजों की देखभाल के लिए रिमोट के माध्यम से लाइव परामर्श के साथ-साथ संबंधित मेडिकल कॉलेजों के जुड़े आईसीयू में तैनात स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के लिए आईसीयू विशेषज्ञता प्रदान करेगा। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में इतने बड़े पैमाने पर आईसीयू आउटरीच की सुविधा देने वाली यह पहली परियोजना है जो मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के कुशल नेतृत्‍व वाली सरकार लागू करने जा रही है।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस पायलट प्रोजेक्‍ट के सफल कार्यान्वयन और संचालन से उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों/मेडिकल कॉलेजों में इन सेवाओं के और विस्तार किये जाने का मार्ग प्रशस्त होगा। समझौते पर हस्‍ताक्षर के मौके पर एसजीपीजीआई के नोडल अधिकारी (टेली-आईसीयू) डॉ आरके सिंह, इंजीनियर एस.बी. सिंह, वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी/नोडल अधिकारी (जेम सेल) भी उपस्थित रहे, जबकि पावर ग्रिड कॉरपोरेशन की ओर से कार्यपालक निदेशक, निदेशक वित्त एके मिश्रा के अलावा महाप्रबंधक (एचआर)/नोडल सीआरएस अंशुमन व उनकी टीम मौजूद रही।

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