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सत्‍याग्रही मल्‍टी परपज वर्कर्स आंदोलन में डटे हुए, बुधवार को हाईकोर्ट में सुनवाई

-अधूरे प्रशिक्षण को पूरा कराने के लिए आंदोलित हैं एमपीडब्‍ल्‍यू

 सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो                                                                                                                  

लखनऊ। संक्रामक रोगों की रोकथाम करने वाले फ्रंटलाइन वर्कर संविदा मल्‍टी परपज वर्कर्स (एमपीडब्‍ल्‍यू) का अधूरा प्रशिक्षण पूरा कराने की मांग को लेकर चल रहा बेमियादी सत्‍याग्रह आंदोलन दूसरे सप्‍ताह में प्रवेश करने के बाद छठे दिन भी जारी रहा। महानिदेशालय परिवार कल्याण परिसर में हो रहे इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सत्यवान वर्मा जिला कोषाध्यक्ष जनपद सीतापुर के द्वारा की गई जनपद उन्नाव सीतापुर बाराबंकी मुजफ्फरनगर बरेली औरैया, फतेहपुर और लखनऊ के साथी धरना स्थल पर मौजूद रहे।

यह जानकारी देते हुए एसोसिएशन के संरक्षक विनीत मिश्रा ने कहा कि सभी सदस्यों ने 27 जुलाई को धरना प्रदर्शन के बाद महानिदेशक परिवार कल्याण और राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की उपस्थिति में हुई वार्ता को लागू करने की मांग की जिसमें महानिदेशक परिवार कल्याण द्वारा शीर्ष स्तर पर वार्ता कराए जाने का आश्वासन दिया गया था और धरने को समाप्त करने की बात कही गई थी संगठन संरक्षक विनीत मिश्रा ने धरने को मौजूदा कोविड 19  संक्रमण को देखते हुए अपने सत्याग्रह आंदोलन को आंशिक रूप से बनाए रखा जिसमें प्रतिदिन अलग-अलग जिलों के 20 से 25 सदस्य भाग लेते हैं और अपनी मांग को प्रातः 9:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक महानिदेशालय परिवार कल्याण परिसर में रखने का काम करते हैं।

उन्‍होंने बताया कि संविदा MPW को प्रशिक्षण कराया जाने का विषय उच्च न्यायालय खंडपीठ इलाहाबाद में अवमानना याचिका संख्या 5520/ 2016 के रूप में प्रचलित है जिसकी कल 4 अगस्त को सुनवाई होनी है।

विनीत मिश्रा ने कहा कि अफसरशाही हावी है अफसर सरकार को चला रहे हैं जो सही तथ्यों को मुख्यमंत्री तक पहुंचने नहीं दे रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि किसी भी प्रदेश का मुख्यमंत्री कभी नहीं चाहेगा कि ग्रामीण जनता को स्वास्थ सुविधाओं का लाभ न मिले वह भी तब जब उसका संपूर्ण वित्तीय भार केंद्र सरकार वहन कर रही हो।

उन्‍होंने कहा कि मुख्‍यमंत्री ने आदेश किया है कि कोई भी पत्रावली 3 दिन से ज्यादा एक सीट के ऊपर नहीं रहेगी हम लोगों की पत्रावली अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं परिवार कल्याण के यहां फरवरी 2019 से विचाराधीन है। उन्‍होंने कहा कि संगठन सदस्यों में असंतोष व्याप्त है संगठन सदस्य आंदोलन को तेज करने का भारी दबाव बना रहे हैं ऐसी परिस्थिति में मजबूर होकर संगठन को उन्हें एकजुट होकर संघर्ष करना पड़ेगा जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन और सरकार की होगी।

संगठन पदाधिकारी दीपक त्रिपाठी ने बताया अपर मुख्य सचिव को सद्बुद्धि प्रदान करने के लिए महानिदेशालय परिवार कल्याण परिसर में आज बजरंगबली का सुंदरकांड का पाठ रखा गया सभी सदस्य इस आयोजन में भाग ले रहे हैं और बजरंगबली से प्रार्थना कर रहे हैं कि अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को सद्बुद्धि प्रदान करें जिससे वह हमारे सदस्यों को प्रशिक्षण कराने का आदेश जारी करें।

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