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दूसरी बीमारियों से बचाने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल में दंत चिकित्सा को शामिल करना आवश्यक

-विश्व मुख स्वास्थ्य दिवस (20 मार्च) के मौके पर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की प्रो शैली महाजन से विशेष वार्ता

प्रो. डॉ. शैली महाजन

सेहत टाइम्स

लखनऊ। अध्ययनों से पता चला है कि मुख स्वास्थ्य का संबंध कई अन्य बीमारियों से है, जिससे प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल में दंत चिकित्सा को शामिल करना आवश्यक हो जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, दुनिया में 3.5 अरब लोग मुख रोगों से पीड़ित हैं। भारत में 70% से अधिक वयस्कों को दांतों में सड़न होती है, और मुख कैंसर के एक-तिहाई मामले भारत में पाए जाते हैं।

विश्व मुख स्वास्थ्य दिवस (20 मार्च) के मौके पर एक विशेष वार्ता में यह जानकारी डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ में दंत चिकित्सा विभाग में विभागाध्यक्ष के पद पर कार्यरत प्रो. डॉ. शैली महाजन ने देते हुए बताया कि हर साल 20 मार्च को विश्व मुख स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है, जिससे मुख स्वास्थ्य के महत्व और इसके समग्र स्वास्थ्य पर प्रभाव को उजागर किया जा सके। उन्होंनें बताया कि खराब मुख स्वच्छता, अस्वस्थ आहार और तंबाकू सेवन इसके मुख्य कारण हैं।

उन्होंने कहा कि मुख स्वास्थ्य केवल सुंदर मुस्कान के लिए नहीं, बल्कि खाने, बोलने और समग्र स्वास्थ्य के लिए भी आवश्यक है। खराब दंत स्वच्छता से मसूड़ों की बीमारी, संक्रमण, हृदय रोग, मधुमेह और मुख कैंसर जैसी गंभीर बीमारियाँ हो सकती हैं। मुख स्वास्थ्य को अलग से नहीं देखा जाना चाहिए। यह दंत चिकित्सकों, चिकित्सकों, ऑन्कोलॉजिस्ट और जन स्वास्थ्य विशेषज्ञों के बीच समन्वय की माँग करता है। उन्होंने कहा कि स्कूली दंत कार्यक्रम, मातृ और शिशु मुख स्वास्थ्य योजनाएँ, और तंबाकू नियंत्रण उपायों को प्राथमिकता देकर प्रारंभिक स्तर पर ही मुख रोगों को रोका जा सकता है।

उन्होंने बताया कि डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ, मुख स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने और निवारक दंत चिकित्सा को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके तहत संस्थान द्वारा निःशुल्क दंत जांच शिविर का समय-समय पर आयोजन किया जाता है, जिससे शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में मौलिक दंत चिकित्सा सेवाएँ पहुँचे। इसी प्रकार तंबाकू निषेध कार्यक्रम के आयोजन से मुख कैंसर और अन्य दंत रोगों की घटनाओं को कम करने के प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक जागरूकता संगोष्ठियाँ का आयोजन किया जा रहा है, साथ ही अन्य स्वास्थ्य विभागों के साथ सहयोग, जिससे मुख स्वास्थ्य को सामान्य स्वास्थ्य सेवाओं में शामिल किया जा सके। इसी प्रकार विद्यालय एवं महाविद्यालय जागरूकता अभियान के जरिये युवा पीढ़ी को मुख स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।

उन्होंने अपील की कि सभी लोगों को चाहिये कि इस विश्व मुख स्वास्थ्य दिवस, अच्छी मुख स्वच्छता, निवारक देखभाल और समग्र स्वास्थ्य में मुख स्वास्थ्य के महत्व को अपनाने का संकल्प लें।

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